कौन हैं इंफ्लुएंसर जय शेट्टी? बेस्ट सेलिंग बुक में लगा झूठ फैलाने का आरोप
Jai Shetty Fake Monk Story: इन दिनों सोशल मीडिया पर कई लोग तेजी से प्रसिद्धि पाने लगे हैं। सोशल मीडिया के जरिए वे अपने विचारों को दुनिया के सामने रखते हैं, जिन्हें करोड़ों की संख्या में लोग पसंद करते हैं। इनमें युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा होती है। हालांकि कुछ इंफ्लुएंसर्स पर झूठ फैलाने का भी आरोप लगता है। इन दिनों सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर जय शेट्टी चर्चा में हैं। उन पर अपनी किताब में झूठ फैलाने का आरोप लगा है। आइए जानते हैं कि जय शेट्टी कौन हैं और उन पर किस तरह झूठ फैलाने का आरोप लगा है।
जय शेट्टी कौन हैं?
जय शेट्टी भारतीय मूल के इंफ्लुएंसर और ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर हैं। उनकी उम्र 36 साल है। वह लंदन में पैदा हुए थे। जय शेट्टी द टुडे शो और एलेन डीजेनरेस शो में नजर आते रहे हैं। उनका दावा है कि लंदन यूनिवर्सिटी के कैस बिजनेस स्कूल से ग्रेजुएशन करने से पहले वह भारत में चार साल तक वैदिक भिक्षुओं के साथ रहे। उनका 2018 में बनाया एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। जिसमें जीवन बदलने के लिए बुक पढ़ने के बारे में बताया गया था।
यूट्यूब पर उनके 4.73 मिलियन सब्स्क्राइबर हैं। जय शेट्टी मिशेल ओबामा, किम कार्दशियन, दीपक चोपड़ा, रसेल सीमन्स, कोबे ब्रायंट और टिम फेरिस का इंटरव्यू कर चुके हैं। उन्हें 2017 में फोर्ब्स 30 अंडर 30 में भी शामिल किया जा चुका है। इसके अलावा उन्हें कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं।
क्या है आरोप?
दरअसल, जय शेट्टी ने बेस्टसेलिंग बुक 'थिंक लाइक ए मॉन्क: ट्रेन योर माइंड फॉर पीस एंड परपज एवरी डे' लिखी है। इस किताब में उन्होंने दावा किया है कि अपनी स्कूलिंग के दौरान उन्होंने भारत में भिक्षुओं के साथ रहकर छुट्टियां बिताईं। इसके साथ ही खुद भी वैदिक ज्ञान प्राप्त किया। हालांकि द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, जय शेट्टी का ये दावा झूठा है। जय शेट्टी सर्टिफिकेशन स्कूल भी चलाते हैं।
और कई दावे झूठे
जिसमें कथित तौर पर लोग अनुशासन सीखने के लिए हजारों डॉलर्स का पेमेंट करते हैं। द गार्जियन की रिपोर्ट में जय शेट्टी से जुड़े कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि उनके कुछ दावे झूठे होने के साथ शेट्टी की सफलता काफी हद तक 'अमीरी की कहानी' पर आधारित है। रिपोर्ट में एक बिजनेस स्कूल से डिग्री लेने की बात भी फेक निकली है। दरअसल, ये बिजनेस स्कूल संबंधित विषय में डिग्री ऑफर नहीं करता।
ये भी पढ़ें: अबॉर्शन के अधिकार को संविधान में शामिल करेगा फ्रांस! ऐसा करने वाला बनेगा पहला देश