डायलॉग नं. 1
"सरकार वो चुनिए, जो आपके लिए कड़े निर्णय ले सके, जिसमें दम हो।" इस डायलॉग में सरकार चुनने की अहमियत को बयां किया गया है। यह बताता है कि एक मजबूत और निर्णायक नेतृत्व कितना महत्वपूर्ण होता है।
डायलॉग नं. 2
"गूंगी गुड़िया अब बोलने लगी है।" इस छोटे से डायलॉग में बहुत बड़ी बात कही गई है। इसमें एक नारी के उदय को दिखाया गया है, जो अब अपनी आवाज उठाने से नहीं हिचकिचाती।
डायलॉग नं. 3
"सबकी नजर आपकी कुर्सी पर है कि कब आप कुर्सी से गिरें और ये लपक लें।" यह डायलॉग सत्ता के लालच और राजनीति की कुटिलता को दर्शाता है।
डायलॉग नं. 4
"ये देश एक खुली जेल बन जाएगा, पूरी कैबिनेट की सहमति आवश्यक होती है इंदिरा जी।" "मैं ही कैबिनेट हूं।" यह डायलॉग इंदिरा गांधी के उस दौर की राजनीति का सार है, जब उन्होंने अपने फैसलों को सर्वोपरि माना।
डायलॉग नं. 5
"इंडिया इज इंदिरा एंड इंदिरा इज इंडिया।" इस डायलॉग के माध्यम से इंदिरा गांधी के उस युग की ओर इशारा किया गया है जब वे और उनका नाम ही भारत की पहचान बन गए थे।