धूम्रपान
धूम्रपान फेफड़ों के कैंसर का प्रमुख कारण है। सिगरेट में मौजूद रसायन फेफड़ों की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। धूम्रपान न केवल फेफड़ों के कैंसर का बल्कि मुंह, गले और अन्य अंगों के कैंसर का भी कारण बनता है।
प्रोसेस्ड मीट
खराब पोषण और प्रोसेस्ड रेड मीट का अधिक सेवन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। फल और सब्जियों का कम सेवन भी कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
व्यायाम न करना
व्यायाम की कमी से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। रोजाना व्यायाम न करने से मोटापा और हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्या हो सकती है, जो कैंसर के जोखिम कारण हैं।
शराब
शराब का अधिक सेवन लिवर और स्तन कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। नियमित शराब पीने से लिवर में सूजन और सिरोसिस जैसी समस्या हो सकती हैं, जो लिवर कैंसर का कारण बनती हैं।
यूवी किरणें
सूर्य की उच्च तापमान वाली यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इन किरणों से त्वचा की कोशिकाओं में बदलाव आ सकता है, जो त्वचा कैंसर का कारण बन सकता है।