मरने के बाद इन 7 वजहों से बनते हैं भूत-प्रेत


By Ashutosh Ojha

मुख्य कारण

गरुण पुराण के अनुसार मृत्यु के बाद आत्मा के भूत या प्रेत बनने के कुछ मुख्य कारण हैं। आइए जानते हैं...

अधूरी इच्छाएं

ऐसा माना जाता है कि जिन लोगों की मृत्यु अचानक या अप्राकृतिक रूप से होती है, उनकी आत्माएं अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा करने के लिए पृथ्वी पर भटकती रहती हैं।

हिंसक मृत्यु

यदि किसी व्यक्ति की हत्या या दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है, तो उसकी आत्मा क्रोध या भय से ग्रस्त हो सकती है और भूत बन जाती है।

अकाल मृत्यु

यदि कोई व्यक्ति अपनी स्वाभाविक आयु से पहले मर जाता है, तो उसकी आत्मा संतुष्ट नहीं हो पाती है और भटक सकती है।

अंतिम संस्कार की गलत विधि

यदि किसी व्यक्ति का अंतिम संस्कार या दफनाने की रीति उचित रूप से नहीं की जाती है, तो उसकी आत्मा अशांत हो सकती है और भटक सकती है।

बुरे कर्म

यदि कोई व्यक्ति जीवनकाल में बुरे कर्म करता है, तो उसकी मृत्यु के बाद उसकी आत्मा को मुक्ति नहीं मिल पाती है और वह भटकती रहती है।

मानसिक बीमारी 

यदि कोई व्यक्ति मानसिक बीमारी से ग्रस्त है, तो मृत्यु के बाद भी उसकी आत्मा अशांत रह सकती है और भूत बन सकती है।

प्रेतात्मक शक्तियां

कुछ मामलों में माना जाता है कि बुरी आत्माएं या नकारात्मक ऊर्जाएं किसी व्यक्ति को भूत बना सकती हैं।

Disclaimer

वेब स्टोरी में दी गई जानकारी सिर्फ मान्यताओं पर आधारित हैं News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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