हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी, सरसों के पत्तों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है जो इंसुलिन के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती हैं।
अनाज
ब्राउन राइस, ओटमील, व्हीट ब्रेड के बजाय गेहूं के दूसरे अनाज डाइट में शामिल करने से इंसुलिन के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है। क्योंकि इनमें फाइबर और सेमोलिना की मात्रा ज्यादा होती है।
नट्स
अखरोट खाने से भी शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस में कमी देखी जा सकती है और ब्लड शुगर काफी हद तक कंट्रोल में रहता है।
एवोकाडो
एवोकाडो मोनोसैचुरेटेड फैट का एक अच्छा सोर्स है, जो इंसुलिन और ब्लड ग्लूकोज रेगुलेशन को बेहतर बनाने में मददगार हो सकता है।
चिया के बीज
चिया में ओमेगा 3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है। ये शरीर की सूजन से लड़ने में मदद करते हैं और इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करते हैं।
फल
सेब, संतरा, अंगूर में फाइबर और पानी की मात्रा ज्यादा होती है, जो इंसुलिन के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है।
गाय का दूध
पनीर, दही, मक्खन में हाई प्रोटीन होते हैं और इंसुलिन के लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।