डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।
Astro Upay: ये ग्रह हैं महिलाओं में अनियमित 'पीरियड' के लिए जिम्मेदार, जानें ठीक करने के ज्योतिषीय उपाय
Astro Upay: आज अधिकांश महिलाओं में 'पीरियड' यानी मासिक धर्म में अनियमिता एक बड़ी समस्या बन चुकी है। अनियमित पीरियड का का असर न केवल उनके स्वास्थ्य बल्कि उनके काम पर भी नकारात्मक असर डालता है। मेडिकल साइंस के मुताबिक, हार्मोन की प्रॉब्लम, लाइफस्टाइल में बदलाव, तनाव, खानपान आदि इसकी मुख्य वजह हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महिलाओं के पीरियड पर चंद्रमा और मंगल ग्रह का सबसे ज्यादा असर पड़ता है।
अनियमित 'पीरियड' पर क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, चंद्रमा शरीर के फ्लूड (Fluid) यानि 'द्रव' का कारक है, जबकि मंगल 'रक्त' (Blood) का प्रतिनिधित्व करता है। जब कुंडली में चंद्रमा छठे, आठवें या 12वें भाव (घर) में होता है और उस पर राहु और केतु जैसे पापी ग्रह और मंगल और शनि जैसे क्रूर ग्रहों की दृष्टि होती है, तब अनियमित मासिक धर्म की समस्या पैदा होती है। वहीं जब चंद्रमा इनमें से किसी भी दो ग्रह से प्रभावित होता है, तब महिलाओं को अनियमित पीरियड की समस्या से जूझना पड़ता है।
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अनियमित 'पीरियड' के लिए ज्योतिष उपाय
सफेद मोती: अनियमित पीरियड चंद्रमा के दूषित से होने होता है। कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करके अनियमित पीरियड और इससे जुड़ी बीमारियों और समस्याओं से बचा जा सकता है। ज्योतिष उपाय के तौर सफेद मोती पहनने से चंद्रमा मजबूत होता है। शुद्ध सफेद मोती उपलब्ध नहीं हो, तो 'मून स्टोन' धारण करने से भी फायदा होता है।
लाल मूंगा: कुंडली में मंगल की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण पीरियड के दौरान अधिक रक्तस्राव होता है। मंगल को मजबूत करने के लिए लाल मूंगा रत्न पहनना काफी फायदेमंद होता है।
चंद्र यंत्र: चंद्रमा को बली यानि स्ट्रांग बनाने के चंद्र यंत्र भी धारण किया जाता है। इसे सोमवार के दिन चंद्रमा की होरा और नक्षत्र के अनुसार धारण किया जाता है। बता दें, जब कोई शुभ मुहूर्त नहीं होता है और कार्य करना जरूरी होता है, तब इसके लिए ज्योतिष शास्त्र में होरा चक्र के विधान के अनुसार कार्य किया है।
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