रुद्राक्ष धारण करने के भी होते हैं खास नियम, लापरवाही करेंगे तो महादेव हो जाएंगे क्रोधित
Rudraksh niyam: सनातन धर्म में रुद्राक्ष का बहुत ही अधिक महत्व होता है। कहते हैं, जो जातक रुद्राक्ष धारण करता है, उस पर भगवान शिव का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। भगवान भोलेनाथ को जिस तरह प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन व्रत, पूजा, रुद्राभिषेक और कई तरह के धार्मिक कार्य करते हैं। ठीक उसी प्रकार एक रुद्राक्ष से भी भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो जातक रुद्राक्ष धारण करता है, उस व्यक्ति के साथ भगवान शिव हमेशा साथ रहते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जो जातक रुद्राक्ष धारण करता है, उसे अकाल मृत्यु का डर नहीं लगता है। लेकिन क्या आपको पता है रुद्राक्ष धारण करने के कुछ खास नियम होते हैं। तो आइए आज इस खबर में जानते हैं रुद्राक्ष धारण करने के खास नियम के बारे में।
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रुद्राक्ष धारण करने के क्या है नियम
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए सोमवार का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि रुद्राक्ष धारण करने के लिए सोमवार का दिन बहुत ही शुभ होता है।
- ज्योतिषियों के अनुसार, रुद्राक्ष माला धारण करते समय इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि माला कम से कम 27 मनके का होना चाहिए।
- रुद्राक्ष धारण करने से पहले माला को लाल कपड़ा में बांधकर शिव मंदिर में रखें और ओम नम शिवाय मंत्र का जाप करें।
- इसके बाद हाथ में गंगाजल लेकर धो लें, उसके बाद हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प लें फिर रुद्राक्ष माला को धारण करें।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कभी भी रुद्राक्ष धारण करने से पहले स्नान जरूर करना चाहिए।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।