बारिश में वरदान है कार का ये सिस्टम, एक्सीडेंट पर लगाता है धीरे से ब्रेक
Brake disc wiping system in hindi: बारिश में सड़क गीली होती है और सड़क हादसा होने का खतरा बना रहता है। बारिश के पानी में कई बार टायर का फ्रिक्शन बिगड़ जाता है और ब्रेक लगाने पर वह फिसलते भी हैं। लेकिन कुछ गाड़ियों में Brake disc wiping का फीचर होता है। ये सिस्टम सेंसर से काम करता है और गाड़ियों को तेज रफ्तार में कंट्रोल करने में मदद करता है। ये सड़क हादसो से बचाने में मददगार है।
ये सिस्टम हाई क्लास लग्जरी गाड़ियों में आता है। बाजार में मिल रही एसयूवी tata harrier, Skoda Kushaq और हाई क्लास सेडान Slavia आदि में ये फीचर मिलता है।
कैसे काम करता है Brake disc wiping सिस्टम?
ब्रेक डिस्क वाइपिंग सिस्टम बारिश के मौसम में काम आता है। दरअसल, बारिश के पानी से कार के टायरों में लगी डिस्क ब्रेक में पानी जमा हो जाता है। ऐसे में जब ड्राइवर ब्रेक लगाता है तो डिस्क के पैड गीले होते हैं और उसे ग्रिप बनाने में टाइम लगता है जिससे ब्रेक लगाने का समय बढ़ जाता है। इससे कार की स्पीड कम करने में ज्यादा समय लगता है। गीले पैड सुखने में समय लगता है, लेकिन इस सिस्टम से डिस्क पैड में जमा हुआ पानी जल्दी सूख जाता है।
SUV में मिलते हैं ये धाकड़ सेफ्टी फीचर्स
ब्रेक डिस्क वाइपिंग सिस्टम के अलावा कार में हिल होल्ड असिस्ट का फीचर मिलता है। ये फीचर कार को ढलान या पहाड़ पर चढ़ते हुए फिसलने और पीछे जाने से रोकता है। कार में एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम मिलता है, ये सिस्टम सेंसर से चलता है और कार के चारों पहियों से जुड़ा रहता है। ये किसी वाहन, वस्तु या व्यक्ति के कार के ज्यादा नजदीक आने और हादसा होने का खतरा होने पर अलर्ट जारी करता है। कार में एयरबैग, रिवर्स पार्किंग सेंसर और कैमरा आता है, जो राइडर को सुरक्षित ड्राइव करने में मदद करते हैं।
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