'नागिन' डांस के लिए दूल्हे के दोस्तों ने पी शराब, जश्न से पहले ही 40 बाराती गिरफ्तार; जानें मामला
Bihar Crime News: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस ने 40 बारातियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार ये लोग शादी समारोह में दूसरे लोगों को गिफ्ट करने के लिए शराब की बोतलें ले जा रहे थे। खुद भी इन लोगों ने शराब का सेवन कर रखा था। पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने और बैन के बाद भी शराब पीने के आरोप में केस दर्ज किया है। बता दें कि बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून लागू है। पुलिस ने बताया कि ये लोग दूल्हे के दोस्त और रिश्तेदार हैं। जो शादी में 'नागिन' डांस करने की योजना बनाकर आए थे।
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इससे पहले इन लोगों ने खुद शराब का सेवन किया और अपने अन्य परिचितों के लिए भी शराब की बोतलें गिफ्ट करने की योजना बनाई। लेकिन पुलिस ने इन लोगों को शराब की बोतलों के साथ रंगेहाथ दबोच लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों से दो वाहन भी बरामद किए गए हैं। इन लोगों के अलावा 7 और लोगों को भी अरेस्ट किया गया है। इन्हीं लोगों ने इनको शराब मुहैया करवाई थी। पुलिस ने सातों व्यापारियों और 40 बारातियों से पूरी शराब जब्त कर ली है। बिहार पुलिस ने सादी वर्दी में रेड की थी। आबकारी निरीक्षक शिवेंद्र झा ने बताया कि विभाग लगातार अवैध शराब का कारोबार करने वाले तस्करों और शराबियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।
मुजफ्फरपुर घर से बारात तो निकली लेकिन लड़कीं वालो के वहां नही पहुँची बारात, सभी 40 बाराती पहुँच गए हवालात, उत्पाद विभाग के टीम ने सभी 40 बाराती को शराब के नशे में कर लिया गिरफ्तार, सात बराती के पास से शराब भी बरामद, दो वाहन को भी किया जप्त, मुजफ्फरपुर का मामला। pic.twitter.com/OYwqbhfTeU
— DILIP KUMAR 🇮🇳 (@DILIPKUMAR9990) December 1, 2024
पटना हाई कोर्ट लगा चुका फटकार
टीम के सदस्य मुखबिरों के संपर्क में हैं। पिछले कुछ सालों में बिहार में लगातार शराब तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं। हर साल प्रदेश में जहरीली शराब की वजह से हजारों मौतें होती हैं। इस मामले में पटना हाई कोर्ट भी सरकार को फटकार लगा चुका है। कोर्ट ने कहा था कि यह कानून अधिकारियों को अधिक पसंद है। क्योंकि इससे उनकी जेबों में बड़ी रकम पहुंचती है। जस्टिस पूर्णेंदु सिंह ने कहा था कि इस प्रकरण में न सिर्फ पुलिस और आबकारी अधिकारी शामिल हैं, बल्कि कर और परिवहन विभाग के अधिकारी भी पीछे नहीं हैं। क्योंकि उन लोगों को मोटा पैसा मिलता है। शराबबंदी के बाद हर साल बिहार में हजारों केस तस्करी के दर्ज होते हैं।
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