IAS अधिकारी संजीव हंस और उनके करीबियों पर ED का एक्शन, 23.72 करोड़ की संपत्ति जब्त
Bihar News (अमिताभ ओझा): बिहार बिजली बोर्ड के पूर्व प्रबंध निदेशक संजीव हंस और उनके करीबियों पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी ने IAS अधिकारी संजीव हंस और करीबियों की 23.72 करोड़ रुपये की 7 संपत्तियों को जब्त किया है। इनमें दिल्ली, जयपुर और नागपुर की प्रॉपर्टी शामिल हैं। ED ने पीएमएलए कानून के तहत यह कार्रवाई की है। फिलहाल हंस और उनके साथी बेऊर जेल में बंद हैं। जबकि उनकी पत्नी से ईडी दो बार पूछताछ कर चुकी है।
करोड़ों की संपत्ती जब्त
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार जब्त सम्पत्तियों मे नागपुर की तीन जमीन दिल्ली का एक फ्लैट और जयपुर के तीन फ्लैट शामिल है। ये सभी संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित आय से खरीदी गई थी। ईडी ने संजीव हंस के अलावा उनके साथियों प्रवीण चौधरी, पुष्पराज बजाज और उनके परिवार के सदस्यो पर भी एक्शन लिया है। आपको बता दें कि यह कार्रवाई PMLA 2002 के प्रावधानो के तहत की गई है।
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संजीव हंस की पत्नी से हो चुकी है पूछताछ
ईडी की टीम ने पिछले दिनों संजीव हंस की पत्नी मोना से भी पटना के ईडी ऑफिस मे कई घंटो तक पूछताछ की है। मोना हंस से संजीव हंस की कई सम्पत्तियों के बारे मे पूछताछ की थी। इसके अलावा ईडी की टीम ने दिल्ली गुड़गांव, कोलकाता, जयपुर और नागपुर मे भी संजीव हंस से जुड़े रिश्तेदारों और करीबियों के 13 ठिकानो पर छापेमारी की थी।
इस बीच ईडी ने सोमवार को पटना की पीएमएलए कोर्ट में संजीव हंस, पूर्व विधायक गुलाब यादव और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। ईडी ने कोर्ट को जांच से जुड़े कई दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप भी सौंपे हैं। कोर्ट अब सुनवाई की तारीख तय करेगा और आरोपियों को समन भेजेगा। आपको बता दें कि संजीव हंस पर मनी लांड्रिंग का आरोप है। ED का कहना है कि हंस ने गैरकानूनी तरीके से पैसे कमाए और उसे प्रॉपर्टी में लगाया।
जेल में बंद हैं संजीव हंस
ED ने संजीव हंस को 18 अक्टूबर को पटना से और गुलाब यादव को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। दोनों फिलहाल बेऊर जेल में बंद हैं। संजीव हंस के घर हुई छापेमारी के दौरान लाखो रुपये की महंगी विदेशी घड़िया और देश के अलग अलग हिस्सों मे प्रॉपर्टी के बारे मे भी जानकारी मिली थी। उन पर यह भी आरोप था की स्मार्ट मीटर वाली कंपनी से उन्हें महंगे तोहफे दिए थे।
संजीव हंस के खिलाफ मिले सबूत पांच बक्सों मे बंद हैं, जिन्हे ईडी ने कोर्ट को चार्जशिट के साथ सौंपा है। इन पांच बक्से में मोबाइल, लैपटॉप, दस्तावेज और फाइलें कोर्ट को सौंपी हैं। इनमें हंस और उनके साथियों के खिलाफ कई सबूत हैं। ED का मानना है कि इन सबूतों के आधार पर कोर्ट हंस और उनके साथियों को सजा देगा। ED इस मामले में आगे भी जांच जारी रखेगी। माना जा रहा है कि इस मामले में और भी कई खुलासे हो सकते हैं।
ईडी की रिपोर्ट के आधार पर स्पेशल विजिलेन्स यूनिट ने संजीव हंस उनके बिजनेस पार्टनर पूर्व विधायक गुलाब यादव, दोनों की पत्नी समेत 8 लोगो के खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया है।
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