चाइनीज लहसुन का कहर! बैन होने के बाद भी मार्केट में बिक रहे ये लहसुन, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा
Illegal Chinese Garlic Trade in India, अमिताभ ओझा: मार्केट में लहसुन के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में बिहार के मार्केट में चाइनीज लहसुन की भारी मात्रा में बेचा जा रहा है। हालांकि इसे बहुत पहले ही सरकार द्वारा भारतीय मार्केट में बैन कर दिया गया था, मगर मुनाफा कमाने के लिए व्यापारी बिना सोचे समझे इसे नेपाल के रास्ते बिहार ला रहे हैं और बाजार में सप्लाई कर रहे हैं। ये बात तब चर्चा में आई जब पूर्णिया पुलिस ने एक कारोबारी के पास से लगभग 1 करोड़ रुपये के चायनीज लहसुन को बरामद किए हैं। इस लहसुन से आंतों में सूजन की समस्या के साथ कैंसर जैसी बीमारियां भी हो सकती है। आइए इसके बारे में जानते हैं।
सालों पहले किया गया था बैन
आपको बता दें कि चायनीज लहसुन को भारत सरकार ने 2014 में बैन कर दिया गया था। लहसुन के आसमान छूते दाम के कारण कारोबारियों ने नेपाल के रास्ते चायनीज लहसुन को बिहार मंगवाना शरू किया और मार्केट में इसकी सप्लाई शुरू कर दी। इन मौसम में लहसुन की मांग और ज्यादा बढ़ जाती है । इसके अलावा बहुत से ऐसे खाने के आइटम है, जिसमें लहसुन का इस्तेमाल होता है। चाहे चायनीज फूड हो या इन्डियन सभी में लहसुन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन लहसुन की कीमत पिछले कई महीनों में तेजी से बढ़ी है।
मार्केट में लहसुन 500 से 600 रुपये किलो बिक रहा है। एक्सपर्ट की मानें तो जनवरी के महीने से कीमतों में कमी आएगी जब लोकल किसानों का लहसुन बाजार में आएगा। चुकि सप्लाई कम है और बाजार में इसकी डिमांड ज्यादा हो गई है। इस कारण कारोबारी चायनीज लहसुन को नेपाल से मंगवा रहे है, जिसकी कीमत नेपाल में 100 से 150 रुपये है।
पुलिस ने किया खुलासा
हाल ही में पूर्णिया पुलिस ने बताया कि गुलाब बाग मंडी के एक कारोबारी के गोदाम में करोड़ों का चायनीज लहसुन मिला। यह सीमांचल की सबसे बड़ी मंडी है। घटना की सूचना के बाद पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर गुलाब बाग टी ओ पी की पुलिस ने बागेश्वरी लोकेशन पर स्थित गोदाम में छापेमारी की।
इस गोदाम में लगभग 4 टन चायनीज लहसुन बोरियों में रखी थी। इसके तहत स्थानीय कारोबारी राजेश गुप्ता के बेटे को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला की लहसुन की खेप को नेपाल के रास्ते तस्करी कर मंगवाया गया था। यहां से उसे बिहार ही नहीं देश के दूसरे हिस्सों में भी भेजा जाता था। फिलहाल गोदाम को सील कर दिया गया।
कैसा होता है चाइनीज लहसुन?
चायनीज लहसुन भारतीय लहसुन के मुकाबले देखने में बड़े साइज का और चमकदार होता है. इसकी कलियां भी बड़ी और मोटी होती है। चायनीज लहसुन की सबसे बड़ी पहचानन इसका रंग और इसका बड़ा आकार ही होता है। इस लहसुन में नीचे की तरफ जड़े नहीं होती है जबकि देशी लहसुन में नीचे जड़ होती है।
भारत में क्यों बैन है चायनीज लहसुन?
आपको बता दे कि भारत सरकार ने 2014 में चाइनीज लहसुन को बैन कर दिया था। इसके बारे में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक कुमार बताते है कि चायनीज लहसुन में जरूरत से ज्यादा केमिकल कीटनाशक का इस्तेमाल किया जाता है। दुनिया में सबसे ज्यादा लहसुन चीन में ही उपजाया जाता है। कीटनाशकों में क्लोरीन जैसे केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जो शरीर के लिए काफी खतरनाक है।
इतना ही नहीं क्लोरीन के साथ-साथ इस पर मिथाइल ब्रोमाइड नाम के एंटी फंगल रसायन का भी इस्तेमाल किया जाता है। कई बार की जांच में सामने आया था कि इसके इस्तेमाल से कई गंभीर बीमारियां हो रही है, जिसमें कैंसर भी शामिल है।
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