Lok Sabha Election: पार्टी के विलय से वरमाला तक, बिहार के चुनावी रण में उतरने के लिए बाहुबलियों ने ठोकी दावेदारी
अमिताभ कुमार ओझा
Lok Sabha Election 2024: 40 लोकसभा सीटों वाले बिहार में इस बार फिर बाहुबलियों की सक्रियता बढ़ गई है। चुनावी मैदान में उतारने के लिए बाहुबलियों की तैयारी बढ़ गई है तो लगभग हर पार्टियों ने इनके लिए अपने दरवाजे भी खुले रखे हैं। कोई बाहुबली टिकट के लिए विलय कर रहा है तो कोई वरमाला पहना रहा है। जबकि कई बाहुबली इसके लिए अपनी पार्टी से इस्तीफा भी दे रहे हैं।
बिहार की राजनीति में हर चुनाव में बाहुबलियों का बोलबाला रहा है। इस बार भी लगभग वैसा ही नजारा है। बाहुबली अभी से ही ताल ठोकने लगे हैं। बुधवार को पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया। चर्चा है कि पप्पू यादव पूर्णिया से इण्डिया गठबंधन के उम्मीदवार हो सकते हैं। पप्पू यादव को शामिल करने को लेकर कांग्रेस के अंदर विरोध भी हुआ लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया। पप्पू यादव तीन बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं।
सीमांचल में पप्पू यादव बड़ा फैक्टर हैं। राजनीतिक विश्लेषक डॉ संजय कुमार के अनुसार पप्पू यादव की कोसी और सीमांचल क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। जेडीयू के एनडीए में जाने के बाद अगर पप्पू यादव की पार्टी अलग चुनाव लड़ती तो नुकसान आरजेडी या यूं कहें कि इण्डिया गठबंधन को ही उठाना पड़ता। पप्पू यादव इस बार पूर्णिया से चुनाव लड़नर की तैयारी बहुत पहले से कर रहे थे। कुछ दिन पहले ही पूर्णिया में बड़ी रैली भी की थी।
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फिर मैदान में उतरेंगे मुन्ना शुक्ला
पूर्व विधायक और बाहुबली मुन्ना शुक्ला एक बार फिर चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं। तैयारी जोरों पर है। मुन्ना शुक्ला ने अपने सोशल साइट्स पर कई पोस्ट किए हैं जिससे पता चलता है की वो टिकट के लिए दल बदलने वाले भी हैं। मुन्ना शुक्ला लालगंज विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे। आपराधिक मामले में सजायाफ्ता होने के बाद उनकी पत्नी अन्नू शुक्ला भी एक बार जेडीयू की विधायक रहीं। लेकिन मुन्ना शुक्ला वैशाली से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं। चूंकि एनडीए में यह सीट लोजपा के खाते में गई है तो मुन्ना शुक्ला ने आरजेडी में जाने की तैयारी कर ली है। मुन्ना शुक्ला आरजेडी से वैशाली से चुनाव लड़ना चाहते हैं उनकी बाते लालू प्रसाद से हो चुकी हैं। हालांकि इस सीट पर आरजेडी में शामिल पूर्व विधायक और बाहुबली रामा सिंह का भी दावा है। रामा सिंह की पत्नी आरजेडी की विधायक हैं।
डॉन अशोक महतो ने मुंगेर से चुनाव लड़ने का जताया इरादा
डॉन अशोक महतो ने तो टिकट लिए वरमाला तक पहन लिया। आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने अशोक महतो को टिकट देने के लिए शादी करने की शर्त दी थी। जिसके बाद अशोक महतो ने मंगलवार को शादी की और बुधवार को लालू प्रसाद के पास पहुंच गए। 17 साल बाद जेल से बाहर आए अशोक महतो ने मुंगेर से चुनाव लड़ने का इरादा जताया था। मुंगेर से जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सांसद हैं। लालू प्रसाद से आशीर्वाद लेने के बाद अशोक महतो क्षेत्र का दौरा करना भी शुरू कर दिया है।
मुंगेर से ललन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ाने के लिए साठ वर्षीय बाहुबली अशोक महतो ने अनीता देवी से कल कर ली शादी. pic.twitter.com/dPbE0iej7v
— Kanhaiya Bhelari (@bhelari1) March 20, 2024
टिकट के लिए तो एक और बाहुबली राजन तिवारी भी लगे हुए हैं। राजन तिवारी फिलहाल बीजेपी में हैं। बेतिया या वाल्मीकिनगर से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वाल्मीमिकी नगर एनडीए में जेडीयू के पास है जबकि बेतिया से टिकट मिलने की सम्भावना कम है। ऐसे में आरजेडी से टिकट लेना चाहते हैं। इलाके के युवाओं में राजन तिवारी का क्रेज है। साथ में इस इलाके के ब्राह्मण वोटरों पर भी नजर है।
बाहुबली आनंद मोहन जेल से निकालने के बाद से ही नीतीश कुमार के साथ है। आरजेडी से विधायक आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद ने भी आरजेडी को बाय-बाय कर दिया है। पत्नी लवली आनंद आरजेडी छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गई हैं। चर्चा है कि शिवहर लोकसभा सीट से लवली आनंद जेडीयू की उम्मीदवार होंगी।
अन्य बाहुबलियों की बात करें तो सुनील पाण्डेय, अमरेंद्र पाण्डेय के अलावा सीवान से अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह के भी मैदान में उतारने की तैयारी में है।