बिहार की एक सीट पर गठबंधन के दो उम्मीदवार, पप्पू यादव बनाम बीमा भारती की जंग
Lok Sabha Election 2024 (अमिताभ कुमार ओझा): बिहार की सियासत में उठा-पटक का दौर जारी है। इंडिया गठबंधन में सीटों को लेकर फंसे पेंच के बाद उम्मीदवारों में भी कन्फ्यूजन की स्थिति है। एक सीट, एक गठबंधन और दो उम्मीदवार, यह बिहार के पूर्णिया लोकसभा सीट का हाल है। सीमांचल के पूर्णिया से खुद की उम्मीदवारी की तरफ पप्पू यादव ताल ठोकते रहे हैं, तो दूसरी तरफ जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुईं बीमा भारती ने आज एलान कर दिया कि वह पूर्णिया से आरजेडी की उम्मीदवार होंगी। उन्हें पार्टी का सिम्बल भी मिल गया है। बीमा भारती ने 3 अप्रैल को नामांकन दाखिल करने का एलान भी कर दिया है।
पूर्णिया में संवाददाता सम्मेलन कर बीमा भारती ने कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें सिंबल भी दे दिया है और वह 3 अप्रैल को पूर्णिया सीट से नामांकन भरेंगीं। उन्होंने कहा कि महा गठबंधन में कोई विवाद नहीं है । पूर्णिया में सभी महागठबंधन के दलों का समर्थन उन्हें प्राप्त है। पप्पू यादव के सवाल पर उन्होंने कहा कि पप्पू यादव भी उनके साथ हैं और यह सीट वह भारी मतों से जीतेंगे। बीमा भारती के साथ आरजेडी के जिले के बड़े नेता भी थे।
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जेडीयू से इस्तीफा देकर आरजेडी में शामिल हुईं थीं बीमा भारती
आपको बता दे कि जेडीयू विधायक से इस्तीफा देकर बीमा भारती ने आरजेडी की सदस्यता ग्रहण की थी। पूर्णिया के रुपौली से जेडीयू विधायक रही बीमा ने विश्वास मत के दौरान भी अपनी नाराजगी दिखाई थी लेकिन तब उनके पति अवधेश मंडल और बेटे को आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। बीमा भारती नाराज हो गई थीं लेकिन विश्वास मत के दौरान एनडीए सरकार को समर्थन दिया था। हालांकि, बीमा भारती की नाराजगी की बड़ी वजह उन्हें मंत्री नहीं बनाया जाना भी था। जेडीयू विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद बीमा भारती आरजेडी में शामिल हुईं थीं और तभी से यह कयास लगाया जा रहा था कि वह पूर्णिया से आरजेडी की उम्मीदवार हो सकती हैं।
एक सीट एक गठबंधन और ताल ठोक रहे दो उम्मीदवार
उधर पप्पू यादव दुविधा में फंस गए है। उनके साथ "न माया मिली न राम" वाली स्थिति हो गई है। टिकट के लिए अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर लिया। लगभग यह तय हो गया कि वह पूर्णिया से कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। लेकिन लालू प्रसाद ने बीमा भारती को उतार कर पप्पू यादव के सपने को तोड़ दिया है। आरजेडी और कांग्रेस में अभी तक सीटों को लेकर गठबंधन नहीं हुआ है और पूर्णिया पर भी पेंच फंसा हुआ है। पप्पू यादव पूर्णिया पहुंच गए हैं और वह भी लगातार अपने समर्थकों के साथ बैठक कर रहे हैं। पप्पू यादव ने एक बयान में कहा कि वह हर हाल में पूर्णिया से ही चुनाव लड़ेंगे।
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