'सन ऑफ मल्लाह' की महागठबंधन में होगी एंट्री, मिल सकती हैं इतनी सीटें; 'पारस' का क्या होगा?
Bihar Lok Sabha Election 20204 Mukesh Sahani VIP: बिहार को लेकर महागठबंधन में आज तस्वीर साफ हो सकती है। माना जा रहा है कि महागठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों का ऐलान हो सकता है। इस बीच, 'सन ऑफ मल्लाह' मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि महागठबंधन में वीआईपी की एंट्री लगभग फाइनल हो चुकी है। वही पशुपति पारस को एंट्री नहीं मिली है। वीआईपी को महागठबंधन में तीन सीटें मिलने की उम्मीद है।
मुजफ्फरपुर से चुनाव लड़ सकते हैं मुकेश सहनी
मिली जानकारी के मुताबिक, वीआईपी के संरक्षक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी मुजफ्फरपुर से खुद उम्मीदवार हो सकते हैं। इसके अलावा, दो अन्य सीट मिलेगी। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने बताया कि आज सब कुछ क्लियर हो जायेगा। उन्होंने कहा कि वीआईपी को साथ नहीं लेने का खामियाजा एनडीए को भुगतना पड़ेगा।
पप्पू यादव जी के बाद मुकेश सहनी भी होंगे INDIA अलायंस के साथ।
VIP प्रमुख मुकेश सहनी जी लालू प्रसाद यादव के संपर्क में है। pic.twitter.com/n6CLhbQh0z
— Pratik Patel (@PratikVoiceObc) March 21, 2024
बीजेपी ने नहीं दी मुकेश सहनी को तीन सीट
दरअसल, मुकेश सहनी लगातार बीजेपी के बड़े नेताओं के संपर्क में थे। वे तीन सीट से कम लेने को तैयार नहीं थे, जबकि बीजेपी उन्हें एक सीट से ज्यादा नहीं दे रही थी। इसके अलावा, सहनी मल्लाहों को आरक्षण की मांग पर भी अड़े थे। आरक्षण को लेकर पिछले वर्ष उन्होंने संकल्प यात्रा भी बिहार में निकाली थी और अपनी जाति के लोगों से हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प करवाया था कि इस बार वीआईपी को ही वोट दें। केंद्र सरकार ने वीआईपी प्रमुख को 'Y' कैटेगरी की सुरक्षा दे रखी है।
बिहार के सुपौल में कोशी नदी पर निर्माणधीन पुल हादसा अत्यंत दुःखद है। पुल हादसा में कई श्रमिकों के मृत्यु एवं घायल होने की आशंका है। पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ।
राज्य सरकार घायल श्रमिकों को समुचित इलाज की व्यवस्था करें तथा मुआवजा राशि दें।… pic.twitter.com/981y6vBynX
— Mukesh Sahani (@sonofmallah) March 22, 2024
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पशुपति पारस की महागठबंधन में 'नो एंट्री'
दूसरी तरफ, पशुपति पारस वाली लोक जनशक्ति पार्टी को महागठबंधन में एंट्री नहीं मिली है। पारस अकेले पड़ गए है। यहां तक कि उनके साथ के सांसद भी अलग राह पकड़ चुके हैं। ऐसे में अब पारस को महागठबंधन से मिलने वाला ऑफर भी बंद हो गया है। इस बात की संभावना खत्म हो गई है कि पारस को महागठबंधन का साथ मिलेगा।