कौन हैं 'VIP' मुकेश सहनी? लोकसभा चुनाव में NDA गठबंधन में जाने का दिया संकेत
Mukesh Sahani: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार की राजनीति गरमाई हुई है। यहां एनडीए और लोजपा (रामविलास) के बीच सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक सहमति नहीं बनी है। इस बीच रविवार को वैशाली में जमुई से सांसद और लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया है। उन्होंने यहां जनसभा कर वैशाली सीट पर अपनी पार्टी का उम्मीदवार लड़वाने के संकेत दिए हैं।
भारत की प्रथम महिला अध्यापिका एवं नारी मुक्ति आंदोलन की प्रणेता व महान समाज सेविका सावित्रीबाई फुले जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/46wFGq32XX
— Mukesh Sahani (@sonofmallah) March 10, 2024
चिराग से मिले बीजेपी नेता
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि चिराग पासवान नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद से ही नाराज हैं। अब लोकसभा चुनाव में वह हाजीपुर सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। बीजेपी वरिष्ठ नेताओं और चिराग पासवान की लोकसभा सीट शेयरिंग पर कई बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अभी दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी है। 2 मार्च को बीजेपी ने अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की थी।
निषाद वोट बैंक पर नजर
बताया जा रहा है कि बीजेपी ने बिहार की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी से संपर्क साधा है। रविवार को वह दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मुलाकात करने पहुंच भी गए हैं। बताया जा रहा है कि मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर कोई निर्णय लिया जा सकता है। सहनी को साथ लाकर बीजेपी जातीय समीकरण साध रही है। अगर कहीं चिराग अलग हुए तो किसी भी रूप में एनडीए निषाद वोटों को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती है।
देश की सभी माताओं व बहनों को महिला दिवस की अनंत शुभकामनाएं।
नारी ही किसी राष्ट्र, समाज व परिवार की नींव है। pic.twitter.com/YyIPDhsM8J
— Mukesh Sahani (@sonofmallah) March 8, 2024
मुंबई रिटर्न हैं मुकेश सहनी
मुकेश सहनी का जन्म 31 मार्च 1981 को सुपौल में हुआ था। निषाद समाज के मुकेश गरीब परिवार से हैं और 18 वर्ष की उम्र में ही नौकरी की तलाश में मुंबई चले गए थे। मजदूरी से काम शुरू करने वाले मुकेश ने मुंबई में अपनी मुकेश फिल्म वर्क्स प्राईवेट लिमिटेड कंपनी खड़ी की। उनकी कंपनी फिल्म और टीवी सेट बनाती है। साल 2016 में मुकेश ने निषाद विकास संघ की स्थापना की और तभी सक्रिय राजनीति से जुड़े हैं। बीते दिनों वह अपने एक बयान को लेकर चर्चा में रहे थे। बिना चिराग का नाम लिए उन्होंने कहा था कि मुझे मेरे पिताजी पार्टी बनाकर नहीं दे गए हैं। मैंने खुद संघर्ष करके अपनी पार्टी खड़ी की है। बता दें 2019 लोकसभा चुनाव में मुकेश की पार्टी ने महागठबंधन के साथ 3 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। वह तीनों सीट हार गए थे।