बिहार में सेक्सटॉर्शन गैंग पकड़ा, मुखिया का भाई सरगना, नामी गिरामी लोगों को फंसाया
Bihar Kishanganj News (अब्दुल करीम) : बिहार के किशनगंज जिले में सेक्सटॉर्शन गैंग का पर्दाफाश हुआ है। मामला युवाओं को प्रेम जाल में फंसाकर उनके साथ हमबिस्तर होने के बहाने वीडियो शूट करके ब्लैकमेलिंग करने का है। इस गैंग में सक्रिय महिलाएं पहले युवाओं को प्रेम जाल में फंसाती थी, उसके बाद लाखों रुपये की उगाही करती थीं। आरोप है कि गैंग ने कई नामी गिरामी लोगों को अपना शिकार बनाया है। मामले में एक वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
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जेबा, नाजनीन, असगर, नकी और मोहम्मद फरहान... ये वो नाम (काल्पनिक) हैं सेक्सटॉर्शन गैंग चला रहे थे। इन लोगों के खिलाफ थाने में आवेदन देकर मामला दर्ज करवाया गया है। गैंग काम ऐसे करता था कि महिला सदस्य नाजनीन और यास्मीन भोले भाले लोगों को पहले प्रेम जाल में फंसाती थीं। इसके बाद हम बिस्तर होने के बहाने कमरे में ले जातीं, जहां उनका वीडियो बना लिया जाता। कमरे में रहने के दौरान गैंग के पुरुष सदस्य मौके पर पहुंचते और शिकार के तौर पर फंसे व्यक्ति के साथ मारपीट करने लगते। इसके साथ ही आपत्तिजनक वीडियो को वायरल करने की धमकी दी जाती।
ये गैंग हर शिकार से तीन से चार लाख रुपये की वसूली करता। एक पीड़ित युवक के खिलाफ इस गैंग के सदस्यों जेबा, नाजनीन, असगर, नकी और मोहम्मद फरहान के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। एक पीड़ित युवक ने बताया कि आरोपी लड़की ने पहले फोन पर प्यार का झांसा दिया। इसके बाद युवक को किशनगंज बुलाकर शहर के कजला स्थित एक घर में ले जाया जाता। इस कमरे में एक लड़की पहले से नग्न अवस्था में थी, इस दौरान युवक का वीडियो बनाया गया। फिर मारपीट करके वीडियो वायरल करने के नाम पर वसूली की गई।
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गैंग का सरगना निकला मुखिया का भाई
पीड़ित युवक ने बताया कि नकी नाम का युवक पुलिस अधिकारी बन कर रूम में पहुंचा था। पुलिस के हत्थे चढ़ा नकी कोचधामन प्रखंड के मोधो पंचायत के मुखिया कारी मशकूर का भाई है, जबकि असगर पंचायत समिति सदस्य बताया जाता है। इस गैंग के द्वारा अभी तक सैकड़ों लोगों को निशाना बनाया जा चुका है।
वीडियो वायरल होने के बाद कई युवक जेडीयू के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम के आवास पर पहुंचे और मदद की गुहार लगाई। पूर्व विधायक मुजाहिद आलम ने बताया कि यह काफी शर्मनाक घटना है। पुलिस अगर आरोपी युवकों और युवती के सीडीआर की जांच करे तो रैकेट में शामिल अन्य कई लोगों के नाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि कई धार्मिक लोगों को भी शिकार बनाया गया है। विधायक ने कहा कि जानकारी मिली है कि एक युवक ने घटना से आहत होकर आत्महत्या कर ली। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस भी सक्रिय हो गई है।
एसडीपीओ गौतम कुमार उस मकान की जांच करने पहुंचे, जिस मकान को वायरल वीडियो में दिखाया गया था। पुलिस पूरे मामले की गहनता से छानबीन में जुट गई है। एसपी सागर कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि एक पीड़ित के द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है, इसके बाद सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को जांच का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी होंगे, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। एसपी कुमार ने कहा कि इस तरह के आपत्तिजनक वीडियो को वायरल करना कानूनी अपराध है। इसे सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करें।