whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

बिहार में जमीन सर्वे का क्या होगा असर? नीतीश ने तय की डेडलाइन, बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें

Bihar Politics: बिहार में नीतीश कुमार के जमीन सर्वे के लिए जुलाई 2025 की डेडलाइन तय किए जाने के बाद माना जा रहा है विधानसभा का चुनाव तय समय पर हो सकता है। राज्य में सदस्यता अभियान चला रही बीजेपी सिर्फ 5 लाख लोगों को जोड़ पाई है, जबकि अपेक्षाकृत छोटे राज्य असम ने 22 लाख नए सदस्य बनाए हैं।
10:35 AM Sep 19, 2024 IST | Nandlal Sharma
बिहार में जमीन सर्वे का क्या होगा असर  नीतीश ने तय की डेडलाइन  बीजेपी की बढ़ी मुश्किलें
बिहार के सीएम नीतीश कुमार । फाइल फोटो

Bihar Politics: बिहार में जमीन सर्वे का काम तेजी से चल रहा है, लेकिन सर्वे के खिलाफ लोगों में बड़ी नाराजगी देखी जा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बड़ा फैसला लिया है। नीतीश कुमार ने जमीन सर्वे की डेडलाइन को जुलाई 2025 तक बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा है कि जुलाई 2025 तक इस काम को पूरा करें। राज्य सरकार ने 10 हजार कर्मचारियों को इस काम में लगा रखा है।

Advertisement

ये भी पढ़ेंः नीतीश कुमार अंधे, बहरे और गूंगे… तेजस्वी यादव के बिगड़े बोल; बयान पर होगा बवाल?

100 साल पहले हुआ था जमीन का सर्वे

बिहार में जमीन का सर्वे आखिरी बार साल 1900 में हुआ था, जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था। राज्य क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के मुताबिक बिहार में मर्डर केस से जुड़े 60 फीसदी मामले जमीन विवाद से जुड़े होते हैं।

Advertisement

हालांकि जेडीयू नेताओं का मानना है कि शराबबंदी और जातीय-आर्थिक सर्वे की तरह जमीन सर्वे भी 2025 के चुनावों में फायदा दे सकता है। पार्टी का मानना है कि एक बार जमीन सर्वे पूरा होने के बाद बिहार में जमीन की कीमतों में जबरदस्त इजाफा होगा।

ये भी पढ़ेंः बिहार में JDU में फिर फूट! बैठक में बवाल, मंत्री बोले-हम नीतीश की पार्टी में नहीं

Advertisement

जमीन सर्वे से बीजेपी को मुश्किलें

हालांकि नीतीश कुमार की सहयोगी पार्टी बीजेपी को जमीन सर्वे के चलते मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार की जनता जहां दस्तावेजों के वेरिफिकेशन में व्यस्त है। वहीं बीजेपी के सदस्यता अभियान में अभी तक केवल पांच लाख लोग ही जुड़े हैं, जबकि असम में पार्टी ने 22 लाख लोगों को सदस्यता दिलाई है।

जमीन सर्वे की डेडलाइन मतलब?

बिहार में जमीन सर्वे के चलते जनता परेशान है। नीतीश कुमार ने जुलाई की डेडलाइन तय की है। ऐसे में कहा जा रहा है कि बिहार में चुनाव तय समय पर ही होंगे। बता दें कि बीते दिनों जेडीयू के पार्टी कार्यालय में हुई बैठक में नीतीश कुमार ने 2010 के विधानसभा चुनाव का परिणाम 2025 में दोहराने की जिम्मेदारी नेताओं को दी है।

पार्टी ने एनडीए के साथ मिलकर 225 सीटों का टारगेट तय किया है।

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो