भारत में ज्वेलरी का ई-कॉमर्स मार्केट चमका, 22 बिलियन डॉलर तक कारोबार का अनुमान
India Jewellery Online E-Commerce Market : देश में पहले सोना खरीदने का मतलब होता था भरोसेमंद जौहरी के पास जाना, जहां से पूरा परिवार ज्वेलरी खरीदता था। पिछले 3 सालों में ई-कॉमर्स ज्वेलरी का मार्केट तेजी बढ़ा, जिसने पुराने परंपरा को बदल दिया। अनुमान है कि आने वाले समय में ऑनलाइन ज्वेलरी का कारोबार 22 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
देश की सबसे बड़ी डायमंड और गोल्ड ज्वेलरी रिटेल कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड को उम्मीद है कि अगले दो से तीन सालों में ऑनलाइन बिक्री उसकी कुल बिक्री का 20 प्रतिशत हिस्सा हो जाएगी, जो अभी सिर्फ एक फीसदी है। ग्रोथ पोटेंशियल को देखते हुए पिछले साल टाटा ग्रुप के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा बैंगलोर स्थित ऑनलाइन आभूषण स्टोर ब्लूस्टोन में निवेश करने के लिए राजी हो गए थे।
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ज्वेलर्स ने ऑनलाइन बढ़ाई अपनी उपस्थिति
पिछले साल सरकार द्वारा सोने के आयात प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद ज्वेलर्स ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अमेजन, फ्लिपकार्ट और ईबे पर अपनी उपस्थिति बढ़ाई है। गार्टनर इंक का मानना है कि इस साल भारत में ऑनलाइन रिटेल मार्केट 6 बिलियन डॉलर तक बढ़ सकता है, क्योंकि इसमें फ्री डिलीवरी और भारी छूट शामिल है। सीएलएसए एशिया पैसिफिक मार्केट्स का अनुमान है कि आने वाले सालों में यह बढ़कर 22 बिलियन डॉलर हो सकता है।
जानें क्या बोले गीतांजलि के चेयरमैन?
गीतांजलि के चेयरमैन मेहुल चोकसी ने एक इंटरव्यू में कहा कि इंडियन कस्टमर ज्वेलरी खरीदने से पहले उसे छूना और फील करना पसंद करते हैं, लेकिन अब उनके व्यवहार में तेजी से परिवर्तन आ रहा है। उनकी कंपनी ने सभी प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के साथ कारोबार का समझौता किया है और आगे भी अलायंस करने की तलाश करते रहेंगे।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से सेल करती है गीतांजलि
चोकसी ने बताया कि मुंबई स्थित कंपनी जिसकी बिक्री आयात प्रतिबंधों के कारण मार्च 2014 तक 24 प्रतिशत घटकर 12,436 करोड़ रुपये (2 बिलियन डॉलर) रह गई थी, लेकिन अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से रिटेल सेल करती है। गीतांजलि जो भारत, अमेरिका, मिडिल ईस्ट और यूरोप में फैले 4,000 से अधिक सेल्स पॉइंट से अपने हीरे और सोने के ज्वेलरी बेचती है। शाहरुख खान और कैटरीना कैफ सहित कई बॉलीवुड एक्टर और एक्टर्स कंपनी के ब्रांड एंबेसडर हैं।
ब्लूस्टोन भी ऑनलाइन एक्टिव
देश की प्रमुख ज्वेलरी कंपनी ब्लूस्टोन के फाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर गौरव सिंह कुशवाह ने कहा कि उनकी कंपनी भी ऑनलाइन एक्टिव हो गई और अपने आभूषणों को बेच रही है। ऑनलाइन रिटेलिंग लोगों को घर बैठे ही सारी सुविधा प्रदान करती है और इसके अलावा अन्य प्रोत्साहन भी देती है- जैसे उन्हें फैसला लेने के लिए समय देना, ग्राहकों के लिए पहली बार में ही खरीदारी करना अनिवार्य नहीं बनाना। उनका अनुमान है कि अगले पांच से 10 सालों में ऑनलाइन ज्वेलरी मार्केट 2.5 बिलियन डॉलर तक हो सकता है।
महिलाओं में ऑनलाइन खरीदारी का बढ़ा ट्रेंड
तारा ज्वेलर्स लिमिटेड के चीफ राजीव शेठ ने कहा कि ऑनलाइन मार्केट कंपनियों को फिजिकल स्टॉक रखे बिना ग्राहकों को डिजाइनों की व्यापक पसंद की पेशकश करने की अनुमति देता है, जिसने दिसंबर से अमेजन के माध्यम से बिक्री शुरू की। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ज्वेलरी खरीदने का मुख्य कारण कस्टमर के व्यवहार में बदलाव है- खासकर युवा महिलाओं का, जो ग्लोबल ट्रेंड से परिचित हैं और तेजी से ऑनलाइन खरीदारी कर रही हैं।
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खुद की वेबसाइट डेवलप करेगी पीसी ज्वेलर
इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली स्थित पीसी ज्वेलर ने इंडियन मार्केट का मूल्यांकन करने के लिए अमेरिका स्थित ऑनलाइन ज्वेलरी ब्लू नाइल के साथ एक समझौता किया। ज्वेलर ने 4 मार्च को कहा कि वह अपने लग्जरी शोरूम में खरीदारी से जुड़ी सुविधा देने के लिए खुद की वेबसाइट डेवलप करने की योजना बना रहा है।