Indian Railway New Rules: ट्रेन टिकट रिजर्वेशन के नियमों में बदलाव क्यों? यहां समझिए
Indian Railway New Rules: ट्रेन टिकट रिजर्वेशन के नियम में बदलाव किया गया है। अब रिजर्वेशन 4 महीने नहीं बल्कि 2 महीने पहले ही कर सकते हैं। ये नियम 1 नवंबर से लागू होगा। अब सवाल ये उठता है कि आखिर रेलवे ने नया नियम क्यों बनाया? इससे यात्रियों को क्या फायदा होगा? जो पहले ही टिकट बुक किए गए हैं उनका क्या होगा? यात्रियों के सभी सवालों के जवाब यहां मिलेंगे।
क्या है रेलवे का नया नियम?
रेलवे टिकट बुकिंग में सबसे बड़ा बदलाव एक नवंबर से लागू होगा। इस नए नियम के मुताबिक, अब यात्री के लिए टिकट रिजर्वेशन 60 दिन पहले ही करा सकते हैं। इसकी अवधि पहले 120 दिन थी। इसमें 31 अक्टूबर 2024 की टिकट बुकिंग मान्य होगी। इनकी अवधि 120 दिन की ही रहेगी। इस नियम को लागू करने के पीछे कई कारण बताए गए हैं।
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क्या हैं बदलाव के कारण?
भारतीय ट्रेन में कन्फर्म टिकट को लेकर कई समस्याएं हैं। इसमें आप अगर तीन महीने पहले भी बुकिंग करते हैं तो ये वेटिंग लिस्ट में आता है। नियम में बदलाव करने को लेकर रेलवे का कहा है कि लंबे पीरियड के चलते लास्ट में लगभग 21 फीसदी टिकट कैंसिल किए जाते हैं। इसमें 4-5 प्रतिशत टिकट धारक ऐसे होते हैं जो सफर ही नहीं करते हैं। इस स्थिति में बुक किया गया वो टिकट पर कोई यात्रा नहीं कर पाता है। जिन लोगों को जरूरत होती है वह भी वंचित रह जाते हैं।
इससे धोखाधड़ी के मामले भी सामने आते हैं। जैसे कोई व्यक्ति किसी दूसरे के टिकट पर यात्रा करता है। या यूं कहें कि यात्रियों और रेल कर्मचारी टिकट कंफर्म वाले यात्री के न पहुंचने पर बीच में सौदा कर लेते हैं।
टिकट कैंसिल के मामलों में आएगी कमी
120 दिन का काफी लंबा समय होता है। इसकी वजह से बहुत से टिकट कैंसिल होते हैं। अधिकारियों का कहना है कि 13 फीसदी लोग ही 4 महीने पहले ट्रेन का टिकट एडवांस में बुक करते थे। ज्यादातर टिकटों की बुकिंग यात्रा के 45 दिनों पहले की जाती है। नियम में बदलाव का ये भी एक बड़ा कारण है।
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