Indian Railways ने बनाया नया रिकॉर्ड! एक दिन में 3 करोड़ से ज्यादा पैसेंजरों ने ट्रेनों में किया सफर
Indian Railways New Achievement: भारतीय रेलवे का इतिहास स्वर्णिम है। इसमें कई उपलब्धियां जुड़ी हैं और जुड़ती जा रही हैं। हाल ही में एक और उपलब्धि इस इतिहास में जुड़ी है। गत 4 नवंबर को भारतीय ट्रेनों में 3 करोड़ से ज्यादा लोगों ने सफर किया। इस अचीवमेंट ने देश के रेलवे विभाग में एक नया मानक स्थापित किया है। भारतीय रेलवे ने 1 अक्टूबर से 5 नवंबर 2024 के बीच 4521 स्पेशल ट्रेनें दौड़ाईं। इन ट्रेनों में 65 लाख लोगों ने सफर किया।
रेल मंत्रालय द्वारा बुधवार को एक बयान जारी करके नई जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि 4 नवंबर 2024 को एक ही दिन में 3 करोड़ से अधिक यात्रियों ने ट्रेनों में सफर किया और यह रेलवे के इतिहास की अभूतपूर्व उपलब्धि है। 4 नवंबर को भारतीय रेलवे ने 120.72 लाख यात्रियों को सफर कराया, जिसमें 19.43 लाख रिजर्व और 101.29 लाख अनरिजर्व पैसेंजर थे। रिकॉर्ड 180 लाख सब-अर्बन एरिया के थे। इसके अलावा सफर करने वालों को मिलाकर आंकड़ा 3 करोड़ से ज्यादा हो गया।
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पिछले साल की तुलना में 73% ज्यादा ट्रेनें दौड़ीं
बयान में यह भी कहा गया कि यह रिकॉर्ड-तोड़ उपलब्धि वर्ष के सबसे व्यस्त समय में हासिल हुई है, क्योंकि इस महीने में दिवाली, छठ महापर्व और दुर्गा पूजा महोत्सव है और देशभर के लोग इधर से उधर सफर कर रहे हैं। बढ़ती ट्रेनों की मांग के देखते हुए ही भारतीय रेलवे ने त्योहारी सीजन के लिए 7724 विशेष ट्रेनों को दौड़ाने की घोषणा की थी, जो पिछले साल की 4429 विशेष ट्रेनों की तुलना में 73% ज्यादा थीं। रेल मंत्रालय ने हर रोज 175 से अधिक स्पेशल ट्रेनें दौड़ाईं।
वहीं अब त्योहारी सीजन खत्म हो चुका है। इसके साथ ही लोगों की वापसी हो रही है, इसलिए रेलवे ने छठ पूजा के बाद लोगों को सफर को आरामदायक बनाने के लिए ट्रेनें दौड़ाईं। 8 नवंबर 2024 164 स्पेशल ट्रेनें दौड़ाईं। 9, 10 और 11 नवंबर को अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेल मंत्रालय के इस प्रयास का उद्देश्य भीड़भाड़ को कम करना और अपने घरों को वापस जाने वाले लाखों यात्रियों के लिए सफर को सुगम, आरामदायक और सुरक्षित वापसी को सुनिश्चित करना है।
3 राज्यों के यात्रियों की संख्या ज्यादा रही
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 1 अक्टूबर 2024 से 5 नवंबर 2024 के बीच भारतीय रेलवे ने जितने पैसेंजरों को इधर से उधर पहुंचाया, उनमें 6.85 करोड़ यात्री बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के रहे। यात्रियों की यह संख्या ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की आबादी मिलाकर बनी संख्या से ज़्यादा है।