करोड़पतियों पर पड़ा कोरोना का असर! IT कंपनियों में कम हुई मोटी सैलरी वाले एम्प्लॉई की संख्या
Crorepati Employees Number Decreased After Corona : कोरोना का असर आम लोगों के साथ IT कंपनियों के करोड़पति कर्मचारियों पर भी पड़ा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अब कंपनियों ने करोड़पति कर्मचारियों पर एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इसका कारण वैश्विक बाजार में मंदी है। यही वजह है कि इन कंपनियों में मोटी सैलरी वाले एम्प्लॉई की संख्या कम हो गई है। दो IT कंपनियों के कर्मचारियों पर इसका असर बहुत ज्यादा दिखाई दिया है। हालांकि कुछ कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में अच्छा इजाफा भी किया है, लेकिन करोड़पति कर्मचारियों की संख्या का खुलासा नहीं किया।
इन कंपनियों में कम हुई संख्या
देश की दो बड़ी IT कंपनियों इंफोसिस और विप्रो में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है। यानी कह सकते हैं कि ऐसे कर्मचारी कम हो गए हैं जिनकी सालाना सैलरी एक करोड़ रुपये से ज्यादा रही। ऐसे कर्मचारियों की संख्या में कोरोना के बाद कमी आई है। साल 2022 में इंफोसिस में 123 और विप्रो में 92 कराेड़पति कर्मचारी थे। साल 2024 में इन दोनों कंपनियों में करोड़पति कर्मचारियों की संख्या कम हो गई। साल 2024 में इंफोसिस में 103 और विप्रो में 81 करोड़पति कर्मचारी रह गए।
इन कंपनियों ने शेयर नहीं किया डेटा
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर कंपनी टीसीएस और देश की एक और प्रमुख आईटी कंपनी HCLTech ने करोड़पति कर्मचारियों की संख्या का खुलासा नहीं किया है। हालांकि सभी आईटी कंपनियों ने कोरोना के बाद भी कर्मचारियों की सैलरी में काफी इजाफा भी किया है। इसका कारण था कि कंपनी में प्रतिभाशाली कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
2024 में इतने करोड़पति कर्मचारियों की हुई भर्ती
इस साल इंफोसिस और विप्रो ने ऐसे कर्मचारियों की भी भर्ती की है जिनकी सालाना सैलरी एक करोड़ रुपये से ज्यादा रही। साल 2024 में इंफोसिस ने 12 ऐसे कर्मचारियों को भर्ती किया जिन्हें सालाना सैलरी एक करोड़ रुपये से ज्यादा दी जा रही है। वहीं विप्रो भी इसमें पीछे नहीं है। विप्रो ने साल 2024 में 8 ऐसे कर्मचारियों की भर्ती की है जिन्हें कंपनी एक करोड़ रुपये या इससे ज्यादा की सालाना सैलरी दे रही है।
CEO को मिली जबरदस्त सैलरी
सबसे ज्यादा सैलरी पाने वालों में इंफोसिस और विप्रो, दोनों कंपनियों के CEO आगे हैं। इंफोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख को सालाना 66 करोड़ रुपये मिलते हैं। वहीं विप्रो के सीईओ और एमडी श्रीनिवास पल्लिया को सालाना करीब 58 करोड़ रुपये मिल रहे हैं। हालांकि श्रीनिवास को यह सैलरी शुरुआत दो साल के लिए है। इसके बाद इनकी सैलरी में बदलाव हो सकता है।
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