'टेक्नॉलॉजी आज जीवन के हर पहलू को तेजी से बदल रही है', आईआईटी बॉम्बे में बोले Jeet Adani
Jeet Adani in Techfest IIT Bombay: अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड के निदेशक और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के बेटे जीत अडानी ने कहा कि आज बिना तकनीक के जीना वैसा ही है जैसे कि आप स्थिर खड़े हों और बाकी दुनिया आपके आगे निकल जाए। मंगलवार को वह IIT BOMBAY Techfest 2024 में बोल रहे थे। जीत अडानी ने आगे कहा कि एक हफ़्ते पहले, Google ने विलो नाम की एक नई क्वांटम कंप्यूटिंग चिप दुनिया के सामने पेश की थी, जो अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली है।
उनका कहना था कि वास्तव में विलो की कम्प्यूटेशनल आर्किटेक्चर दुनिया में हमारे द्वारा देखी गई या जानी गई किसी भी चीज़ से कहीं अधिक एडवांस और शक्तिशाली है। जीत अडानी ने कहा कि आईआईटी बॉम्बे ने दुनिया को एक से बढ़कर एक जीनियस माइंड वाले लोग जैसे इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी, दिवंगत मनोहर पर्रिकर, इसरो के अध्यक्ष डॉ के सिवन आदि दिए हैं।
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टेक्नॉलॉजी अलग-अलग लोगों के लिए अलग अर्थ रखती है
उन्होंने कहा कि आज आम भाषा में टेक्नॉलॉजी किसी भी समस्या को हल करने और किसी काम को बेहतर बनाने के लिए साइंटिफिक ज्ञान और उपकरणों का एप्लिकेशन है। यहां तक कि आजकल के यंगस्टर्स ChatGPT, Gemini और Grok को भी यही बताएंगे। लेकिन क्या आप वास्तव में इसे इस तरह परिभाषित करेंगे? क्या टेक्नॉलॉजी का वास्तव में कोई सटीक अर्थ है, खासकर जब यह इतने सारे अलग-अलग लोगों के लिए इतने सारे अलग-अलग अर्थ रखती है? उदाहरण के लिए, एक एयरोस्पेस इंजीनियर या एक अकाउंटेंट या एक क्रिकेट कोच टेक्नॉलॉजी को जिस तरह से देखता है, वह एक किसान या बिटकॉइन माइनर या एक छात्र के लिए टेक्नॉलॉजी के अर्थ से काफी अलग होगा।
टेक्नॉलॉजी प्रगति को गति दे रही है
जीत अडानी ने कहा कि टेक्नॉलॉजी प्रगति को गति दे रही है और दुनिया को अभूतपूर्व गति से बदल रही है। टेक्नॉलॉजी भौगोलिक क्षेत्रों में जीवन को बेहतर बना रही है, ये स्वास्थ्य सेवा में, AI और टेलीमेडिसिन में नित नई सफलताएं प्राप्त करने में मदद कर रही है। उनका कहना था कि टेक्नॉलॉजी पहले और अधिक सटीक निदान दे रही है। टेक्नॉलॉजी अक्षय ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर बेहतर काम करने में मदद कर रही है। उनका कहना था कि टेक्नॉलॉजी से शिक्षा को डिजिटल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म के साथ लोकतांत्रिक बनाया जा रहा है, जो दूरी और लागत की बाधाओं को तोड़ रहा है, और कृषि में, सटीक खेती के उपकरण संसाधनों का संरक्षण करते हुए पैदावार बढ़ा रहे हैं।
UPI और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों से उद्देश्यपूर्ण तरीके से टेक्नॉलॉजी को अपनाया
जीत अडानी ने छात्रों से आग्रह करते हुए कि वे अपनी तकनीकी खोजों को सामाजिक लक्ष्यों से जोड़ें, उन्होंने अगली पीढ़ी से जिम्मेदारी से प्रगति को आगे बढ़ाने का आह्वान किया, यह सुनिश्चित करते हुए कि टेक्नॉलॉजी मानवता का उत्थान करती है और समावेशिता को बढ़ावा देती है। जीत ने कहा कि भारत ने पहले ही UPI और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों के माध्यम से उद्देश्यपूर्ण तरीके से टेक्नॉलॉजी को अपनाया है, जिसने वित्तीय और डिजिटल सेवाओं को लाखों लोगों तक पहुँचाया है।
टेक्नॉलॉजी के दुरुपयोग के प्रति किया आगाह
जीत अडानी ने अपने संबोधन में डी गुकेश को शतरंज में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बनने पर बधाई दी। वहीं, टेक्नॉलॉजी की क्षमता की प्रशंसा करते हुए जीत ने इसके दुरुपयोग के प्रति भी आगाह किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि फेक न्यूज, डिजिटल अरेस्ट और साइबर क्राइम टेक्नॉलॉजी का हानिकारक उपयोग है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे टेक्नॉलॉजी का दायरा बढ़ रहा है, हमारी पीढ़ी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसका उपयोग नुकसान पहुंचाने के बजाय उत्थान के कार्यो में किया जाए।
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