Success Story Of Gagan Anand : कभी की थी 2500 रुपये की नौकरी, इस साल बिजनेस में कमा डाले 11 करोड़ रुपये
Success Story of Gagan Anand : सफलता से जुड़ी ये दो लाइन काफी फेमस हैं:
सीढ़ियां उन्हें मुबारक, जिन्हें छतों तक जाना है।
जिनकी मंजिल है आसमां, उन्हें रास्ता खुद बनाना है।।
ये दो लाइन झारखंड के एक छोटे शहर में पैदा हुए गगन आनंद पर सटीक बैठती हैं। बचपन बहुत अच्छा नहीं बीता। नक्सल एरिया में घर होने के कारण बिजली नहीं थी। नक्सली बिजली के तारों को काट कर ले जाते थे। नतीजा लालटेन में पढ़ाई करनी पड़ी। लेकिन आंखों में भविष्य फ्लड लाइट की तरह चमक रहा था। यही कारण है कि सारी मुसीबतों को झेलते हुए आज वह बिजनेस के उस मुकाम पर हैं जहां देश का लगभग हर युवा पहुंचना चाहता है। कोरोना में शुरू हुआ उनका बिजनेस लगातार आगे बढ़ रहा है। गगन आइक्रीम ब्रांड Scuzo Ice ‘O’ Magic के फाउंडर हैं। उनके देशभर में कई आउटलेट हैं। इस साल उनकी कंपनी ने 11.5 करोड़ रुपये का करोबार किया है।
धमकी मिली तो पिता ने पटना भेजा
गगन बताते हैं कि उनके पिता की सरकारी नौकरी थी। वह जहां रहते थे, वहां अक्सर नक्सली आते रहते थे। वे लोगों को धमकियां देते थे। यही कारण है कि उनसे पिता ने उन्हें बचपन में ही पढ़ाई के लिए पटना भेज दिया। वहां वह हॉस्टल में रहते थे। हालांकि 1 साल उन्हें किसी कारण से वहां से वापस घर आना पड़ा। इसके बाद वह दिल्ली अपने भाई के पास आ गए। यहीं से उन्होंने 10वीं की और 12वीं की।
पिता के रिटायरमेंट के बाद करनी पड़ी पिज्जा हट में नौकरी
गगन बताते हैं कि जब वह 10वीं में थे, उसी समय उनके पिता रिटायर हो गए। उन्हें जो पेंशन मिलती थी, उससे घर का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। किसी तरह उन्होंने 12वीं की। इस दौरान उनके मन में कुछ काम करने का ख्याल आया। उन्होंने खर्च चलाने के लिए पिज्जा हट में नौकरी शुरू कर दी। वहां उन्हें 2500 रुपये मिलते थे। इसी दौरान वह ओपन से ग्रेजुएशन करते रहे। बाद में MBA भी कॉरेस्पोंडेंस से किया। पिज्जा हट में उनके काम से खुश होकर कंपनी ने उन्हें प्रमोशन दिया और मात्र 22 साल की उम्र में उन्हें जनरल मैनेजर (GM) बना दिया। वह कंपनी में सबसे कम उम्र के GM बने। यहां से किस्मत पलटनी शुरू हुई। इसके बाद वह कंपनी की ओर से अफगानिस्तान और दुबई भी गए।
ऐसे आया बिजनेस का ख्याल
गगन 2012 में वापस इंडिया आ गए क्योंकि उनके पिता की तबीयत खराब होने लगी थी। यहां आकर उन्होंने कई कंपनियों में जॉब की। वह रसना कंपनी में भी जुड़े और कंपनी के ब्रांड रसना बज (Rasna Buzz) को खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कंपनी के देशभर में 70 स्टोर खोले। इस दौरान गगन के दिमाग में आया कि जब वह दूसरी कंपनियों के लिए ब्रांड स्थापित कर सकते हैं तो वह अपना कोई ब्रांड क्यों नहीं बना सकते। बस, इसी के बाद उन्होंने अपने प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया।
कोरोना में शुरू की कंपनी
कोरोना के समय गगन की जॉब जारी थी। जब पहला लॉकडाउन लगा तो कई एम्प्लॉई को सैलरी नहीं मिली। गगन बताते हैं कि उन एम्प्लॉई के उनके पास फोन आते थे। यहां से उन्होंने कंपनी के कुछ लोगों को अपने पास बुलाया और बिजनेस आइडिया पर चर्चा की। बाद में फाइनल हुआ कि वह ऐसी आइसक्रीम बनाएंगे जो पूरी तरह नेचुरल होगी और उसमें रिफाइंड शुगर इस्तेमाल नहीं करेंगे। रिफाइंड शुगर सेहत के लिए खतरनाक मानी जाती है। इसके बाद उन्होंने एक पार्टनर के साथ मिलकर बिजनेस शुरू कर दिया। इनकी आइसक्रीम में ग्लूटन फ्री आइसक्रीम का भी ऑप्शन है।
आज 30 से ज्यादा आउटलेट
गगन बताते हैं कि उन्होंने 70 लाख रुपये की लागत से आइसक्रीम का बिजनेस शुरू किया। इसमें करीब 30 लाख रुपये उन्होंने अपने पास से लगाए और बाकी की रकम उनके पार्टनर ने लगाई। इस रकम से उन्होंने मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई और दिल्ली के नेताजी सुभाष पैलेस मेट्रो स्टेशन के पास पहला आउटलेट खोला। ब्रांड का नाम और आइसक्रीम के टेस्ट की वजह से ग्राहक लगातार बढ़ते गए। आज उनके ब्रांड के देशभर के 15 राज्यों में 30 से ज्यादा स्टोर हैं। गगन की कंपनी फ्रेंचाइजी मॉडल पर काम करती है। इन 30 स्टोर में कंपनी के खुद के 5 स्टोर हैं और बाकी 25 स्टोर फ्रेंचाइजी मॉडल पर दिए हुए हैं।
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इस साल कमाए 11.50 करोड़ रुपये
गगन की आइसक्रीम कंपनी Scuzo Ice ‘O’ Magic का साल 2023-24 में कुल टर्नओवर 11.50 करोड़ रुपये रहा। वहीं पिछले वित्त वर्ष में यह टर्नओवर 4 करोड़ रुपये था। कंपनी का उद्देश्य देश की दूसरी जगहों पर भी आउटलेट खोलने का है। आज कंपनी की वैल्यू 64 करोड़ रुपये है।