अडानी ग्रीन एनर्जी महाराष्ट्र सरकार को करेगी 6600 MW बिजली की सप्लाई, MSEDCL ने जारी किया लेटर
Adani Green Energy Limited: भारत की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (एमएसईडीसीएल) के साथ पावर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए) किया है। दरअसल, इस करार के तहत कंपनी अपने गुजरात के खावड़ा रिन्यूएबल एनर्जी पार्क से महाराष्ट्र राज्य को 5 गीगावाट (5000 मेगावाट) सौर ऊर्जा की आपूर्ति करेगी। बता दें गुजरात के कच्छ जिले में स्थित ये प्लांट दुनिया का सबसे बड़ा एनर्जी पार्क है।
जानकारी के अनुसार यह समझौता निविदा शर्तों के तहत अडानी पावर लिमिटेड को दिए गए एलओआई के अनुसार है। कंपनी की तरफ से एक रिलीज जारी कर बताया गया कि देश की सबसे बड़ी प्राइवेट बिजली उत्पादक कंपनी अडानी पावर लिमिटेड (एपीएल) एक नई 1600 मेगावाट अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर परियोजना से महाराष्ट्र राज्य को 1496 मेगावाट थर्मल पावर की आपूर्ति के लिए एमएसईडीसीएल के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करेगी। यानी अडानी पावर एमएसईडीसीएल को 6600 मेगावाट बिजली देगी।
Adani Green & Adani Power Secure 6,600 MW Hybrid Power Supply
⚡MSEDCL Letter of Intent: 5,000 MW Solar by Adani Green and 1,496 MW Thermal by Adani Power
⚡Tariff: ₹2.70 per kWh for 25 years for solar power
⚡Solar Plant: World's largest renewable energy park in Khavda,… pic.twitter.com/Q0RoF7N2HH
— AoI Ventures (@aoiventures) September 15, 2024
रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता बढ़ाने में महाराष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका
महाराष्ट्र राज्य भारत के सौर ऊर्जा परिदृश्य में सबसे आगे रहा है और राष्ट्रीय रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कंपनी के अनुसार एजीईएल राज्य के नए ऊर्जा मिश्रण को बढ़ावा देने में योगदान देगा, जो राज्य की ऊर्जा शक्ति को बढ़ाने में मदद करेगा। इस बारे में अडानी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर अडानी ने कहा कि हमें रिन्यूएबल एनर्जी स्रोतों के माध्यम से राज्यों की बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने और अपनी रिन्यूएबल एनर्जी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए एमएसईडीसीएल के साथ सहयोग करने में खुशी है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत के स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण में तेजी लाना है। यह देश की ऊर्जा स्वतंत्रता और एक स्थायी भविष्य के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आर्थिक विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की ओर बढ़ रहा है कदम
अडानी पावर के प्रबंध निदेशक अनिल सरदाना ने कहा कि भारत जैसे-जैसे स्थिरता पर फोकस होते हुए अपने आर्थिक विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, ग्रिड को स्थिर करने और बेस लोड बिजली की आपूर्ति में पारंपरिक बिजली की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने कहा कि अडानी पावर को महाराष्ट्र जैसे अग्रणी औद्योगिक राज्य के साथ साझेदारी करना हमारे लिए गर्व की बात है।
2030 तक 50 GW हासिल करने का लक्ष्य
बता दें अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की अग्रणी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में से एक है जो स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण को सक्षम बनाती है। AGEL के पास वर्तमान में 11.2 GW का ऑपरेटिंग रिन्यूएबल एनर्जी पोर्टफोलियो है, जो भारत में सबसे बड़ा है और 12 राज्यों में फैला हुआ है। कंपनी ने भारत के डीकार्बोनाइजेशन लक्ष्यों के अनुरूप 2030 तक 50 GW हासिल करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा अडानी समूह का हिस्सा अडानी पावर लिमिटेड (एपीएल) भारत में सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर उत्पादक कंपनी है। कंपनी गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड और तमिलनाडु में दस बिजली संयंत्रों में फैली 17010 मेगावाट की स्थापित थर्मल पावर क्षमता का संचालन करती है। इसके अलावा कंपनी का गुजरात में 40 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र भी है।