शेयर मार्केट से जुड़े लोग अलर्ट हो जाएं, कंगाल कर देगा फायदे के लिए सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़ना
Pig Butchering Stock Market : शेयर मार्केट में निवेश जोखिमभरा होता है। अगर कोई आपसे कहे कि शेयर मार्केट में रकम निवेश करके आप रातों-रात करोड़पति बन सकते हैं तो उसकी बात पर बिल्कुल भी भरोसा न करें। ऐसा ही जाल आजकल काफी जालसाज फेंक रहे हैं। सोशल मीडिया पर इन दिनों ऐसे काफी ग्रुप चल रहे हैं जिनमें शेयर मार्केट में निवेश करने पर मोटे मुनाफे की बात कही जाती है। जो इसमें फंस जाते हैं, उन्हें ये कंगाल बनाकर छोड़ते हैं। ऐसा ही मामला सोमवार को आया। दिल्ली पुलिस ने 9 लोगों गिरफ्तार किया है। इन्होंने शेयर मार्केट में मुनाफे का लालच दिखाकर 4 लोगों से 2.38 करोड़ रुपये की ठगी कर ली थी। आप ऐसे किसी भी लालच में न आएं।
ऐसे होता है खेल
1. सोशल मीडिया का सहारा
जालसाज सोशल मीडिया (फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्एस आदि) के जरिए अपना शिकार ढूंढते हैं। ये फेसबुक और इंस्टाग्राम पर शेयर मार्केट में मुनाफे वाले वीडियो पोस्ट करते हैं। इन वीडियो में दिखाया जाता है कि शेयर मार्केट में निवेश करने पर कुछ ही दिनों में रकम दोगुनी या तीन गुनी हो जाएगी। कई वीडियो तो ऐसे होते हैं जिनमें लोग वीडियो में आकर बताते हैं कि उन्हें भी मुनाफा हुआ है और उनकी जिंदगी बदल गई। वीडियो में दिखाया जाता है कि किसी शख्स ने एक महीने निवेश करने पर ही महंगी गाड़ी खरीद ली। जब कोई शख्स ऐसे वीडियो देखता है तो उसे कुछ लालच आ जाता है और वहां दिए फोन नंबर पर कॉल करके या कमेंट बॉक्स में लिखकर शेयर मार्केट में निवेश करने की इच्छा जाहिर करता है।
2. जोड़ते हैं ग्रुप में
जब कोई शख्स इन जालसाजों के चक्कर में आ जाता है तो वह उसे किसी व्हाट्सएप या टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ देते हैं। इस ग्रुप में पहले से काफी लोग जुड़े होते हैं। दरअसल, ग्रुप में शामिल वे लोग हकीकत में आम लोग नहीं होते। इन नंबरों को जालसाज द्वारा ही आम आदमी बनकर चलाया जाता है। इसमें ट्रेडिंग से जुड़ी ऑनलाइन क्लास होती हैं। इस ग्रुप में शामिल लोग रोजाना अपडेट देते हैं कि उन्हें एक दिन में 2 लाख का फायदा हुआ, किसी को 3 लाख का फायदा हुआ। यह सब इसलिए होता कि जिस शख्स को इसमें शामिल किया गया है, उसे भरोसा हो जाए कि सब कुछ सही है।
3. डाउनलोड करवाई जाती है ऐप
इसके बाद जालसाज उस शख्स के मोबाइल में एक इंस्टीट्यूशनल ट्रेडिंग ऐप डाउलोड करवाते हैं। यह ऐप सिर्फ कहने के लिए ट्रेडिंग ऐप होती है। इसका पूरा कंट्रोल जालसाजों के हाथ में होता है। ऐप डाउनलोड करवाने के बाद उस शख्स के बैंक अकाउंट में रकम लेकर शेयर मार्केट में निवेश करवाया जाता है। हकीकत में यहां किसी भी शेयर मार्केट में निवेश नहीं होता। यह सब दिखावा होता है। एक समय बाद उस शख्स की रकम बढ़ जाती है। यहां बता दें कि रकम बढ़ती नहीं है, जालसाजों द्वारा बढ़ाई जाती है ताकि उसे भरोसे में लिया जा सके। जब रकम बढ़ जाती है तो वह शख्स उसे निकाल भी लेता है।
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— Cyber Dost (@Cyberdost) May 13, 2024
4. भरोसे के बाद होता है ठगी का खेल
एक बार भरोसा होने के बाद जालसाजों द्वारा ज्यादा रकम निवेश करवाई जाती है। अगर वह शख्स लालच में आ गया तो ज्यादा रकम जमा कर देता है। जब रकम बढ़ती हुई दिखाई देती है तो फिर उसे वह शख्स निकाल नहीं पाता। जब वह जालसाज से कहता है कि रकम निकल नहीं रही, तो ये जालसाज उससे और रकम निवेश करने को कहते हैं। यहां से काफी लोग संभल जाते हैं और काफी और रकम निवेश करते हैं। जब निवेश करने वाला शख्स समझ जाता है कि उसके साथ ठगी हुई है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। जालसाज उस रकम को खुद निकाल लेते हैं और उसे शख्स के साथ बातचीत बंद कर देते हैं।
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यहां कराएं शिकायत
- अगर आपके साथ इस तरह की ठगी हो जाए तो पुलिस की नजदीकी साइबर सेल में जाकर लिखित रूप से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- केंद्र सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर जाकर भी ऑनलाइन शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
- 1930 पर कॉल करें
- X हैंडल @Cyberdost पर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।