होमखेलवीडियोधर्म मनोरंजन..गैजेट्सदेश
प्रदेश | हिमाचलहरियाणाराजस्थानमुंबईमध्य प्रदेशबिहारदिल्लीपंजाबझारखंडछत्तीसगढ़गुजरातउत्तर प्रदेश / उत्तराखंड
ज्योतिषऑटोट्रेंडिंगदुनियावेब स्टोरीजबिजनेसहेल्थExplainerFact CheckOpinionनॉलेजनौकरीभारत एक सोचलाइफस्टाइलशिक्षासाइंस
Advertisement

टर्म इंश्योरेंस ले रहे हैं तो इस बारे में जरूर जान लें, थोड़ा सा लालच पड़ सकता है घाटे का सौदा

Know About Return Of Premium Option In Term Insurance : कोरोना के बाद टर्म इंश्योरेंस लेने को लेकर लोगों में काफी जागरूकता आई है। अगर आप टर्म इंश्योरेंस लेने का प्लान बना रहे हैं तो पहले रिटर्न ऑफ प्रीमियम टर्म इंश्योरेंस के ऑप्शन के बारे में भी जान लीजिए। टर्म इंश्योरेंस लेते समय इस ऑप्शन को चुनना घाटे का सौदा हो सकता है।
06:18 PM Jun 08, 2024 IST | Rajesh Bharti
Term Insurance
Advertisement

What Is Return Of Premium Option In Term Insurance : देश में इन दिनों टर्म इंश्योरेंस की डिमांड बढ़ती जा रही है। कोरोना के बाद टर्म इंश्योरेंस की अहमियत लोगों को समझ आ गई है। किसी भी शख्स की जिंदगी का कुछ नहीं पता। कोई अनहोनी होने पर टर्म इंश्योरेंस काफी काम आता है। टर्म इंश्योरेंस लेने वाले शख्स की मृत्यु होने पर इंश्योरेंस का फायदा परिवार को मिलता है। परिवार के सदस्य (नॉमिनी) को इंश्योरेंस में कवर रकम मिल जाती है ताकि आगे की जिंदगी बेहतर रह सके। टर्म इंश्योरेंस में काफी लोग ऐसा प्लान चुनते हैं जिसमें समय पूरा होने पर अगर इसका क्लैम नहीं किया जाता है तो प्रीमियम की पूरी रकम वापस मिल जाती है। इसे रिटर्न ऑफ प्रीमियम इंश्योरेंस कहा जाता है। इस प्रकार के टर्म इंश्योरेंस को लेने से मना किया जाता है।

Advertisement

पहले जानें क्या है टर्म इंश्योरेंस

इसे जीवन बीमा भी कह देते हैं। कोई भी शख्स इसे ले सकता है। इसका उद्देश्य इंश्योरेंस लेने वाले शख्स की मृत्यु के बाद परिवार के लोगों को आर्थिक रूप में मजबूत बनाए रखना है। शख्स जरूरत के हिसाब से 50 लाख, एक करोड़ या इससे ज्यादा की रकम का टर्म इंश्योरेंस ले सकता है। इसका एक प्रीमियम होता है जो हर महीने देना चुकाना होता है। टर्म इंश्योरेंस कितने रुपये का लेना चाहिए, यह इस बात पर निर्भर करता है कि कर्ज कितना है और परिवार के लोगों की आर्थिक निर्भरता कितनी है आदि।

Term Insurance

क्या है रिटर्न ऑफ प्रीमियम इंश्योरेंस

मान लीजिए कि आपने 30 साल की मैच्योरिटी के लिए एक करोड़ रुपये के कवर वाला टर्म इंश्योरेंस लिया। इसका मंथली प्रीमियम 1000 रुपये है। ऐसे में आपको 30 साल तक 1000 रुपये महीने के हिसाब से 3.60 लाख रुपये चुकाने होंगे। यह स्थिति साधारण टर्म इंश्योरेंस के लिए है। वहीं अगर आप रिटर्न ऑफ प्रीमियम इंश्योरेंस का विकल्प चुनते हैं तो आप जो भी प्रीमियम जमा करेंगे, वह रकम मैच्योरिटी के बाद वापस मिल जाती है। लेकिन इस विकल्प को चुनने के बाद प्रीमियम की रकम बढ़ जाती है। वहीं साधारण टर्म इंश्योरेंस में मैच्योरिटी के बाद कुछ भी रकम नहीं मिलती।

Advertisement

क्यों है रिटर्न ऑफ प्रीमियम इंश्योरेंस घाटे का सौदा

साधारण टर्म इंश्योरेंस में जहां जमा किया गया प्रीमियम वापस नहीं मिलता तो वहीं रिटर्न ऑफ प्रीमियम टर्म इंश्योरेंस में जमा किया गया प्रीमियम वापस मिल जाता है। यही कारण है कि लोगों को साधारण टर्म इंश्योरेंस लेने की अपेक्षा रिटर्न ऑफ प्रीमियम टर्म इंश्योरेंस लेना ज्यादा सही लगता है। हालांकि इसका प्रीमियम साधारण टर्म इंश्योरेंस के मुकाबले दोगुना या तीन गुना तक होता है। फायदा दोनों का एक जैसा है कि इंश्योरेंस लेने वाले की मृत्यु के बाद इंश्योरेंस की रकम परिवार के सदस्य (नॉमिनी) को मिल जाती है। अब यह घाटे का सौदा क्यों है, इसे ऐसे समझें:

यह भी पढ़ें : हेल्थ इंश्योरेंस के नए नियम : 3 घंटे में कैशलेस क्लेम का सेटलमेंट, बीमा पसंद नहीं तो 30 दिन में कर सकेंगे वापस

यह भी पढ़ें : कहीं निवेश किया हो या इंश्योरेंस लिया हो, परिवार को जरूर बताएं? न बताने पर आ जाएंगी ये मुश्किलें

Open in App
Advertisement
Tags :
Health Insuranceterm insurance policy
Advertisement
Advertisement