25 हजार करोड़ का कर्ज लेगा SBI, फिर वोडाफोन-आइडिया को उधार देगा 14 हजार करोड़!
SBI To Give 14000 Crore Loan To Vodafone Idea : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) 25 हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेगा। इस रकम में से बैंक वोडाफोन-आइडिया को 14 हजार करोड़ रुपये का कर्ज देगा। यह कर्ज एक कंसोर्टियम द्वारा दिया जाएगा जिसकी अगुवाई स्टेट बैंक करेगा। यह कंसोर्टियम टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया (VI) को 14 हजार करोड़ रुपये का लोन देगा। इसे सैद्धांतिक तौर पर अनुमति दे दी गई है। हालांकि इस बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। बता दें कि वोडाफोन आइडिया को पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक आदि बैंकों से अनौपचारिक तौर पर ऑफर प्राप्त हुए हैं।
कई हिस्सों में दी जाएगी रकम
अभी यह डील फाइनल नहीं हुई है। एक बार डील फाइनल होने पर वोडाफाेन-आइडिया को रकम कई हिस्सों में दी जाएगी। वोडाफाेन-आइडिया मार्केट से 25 हजार करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। साथ ही कंपनी की 10 हजार करोड़ रुपये की नॉन फंड आधारित फैसिलिटीज जुटाने की भी योजना है।
यहां खर्च करेगी कंपनी
वोडाफोन-आइडिया इस रकम का इस्तेमाल 5G नेटवर्क शुरू करने में करेगी। साथ ही कंपनी इस फंड का इस्तेमाल कर्ज उतारने और अन्य स्पेक्ट्रम्स की बोलियों के लिए भी करेगी। कंपनी 25 हजार करोड़ रुपये का फंड जुटाना चाहती है जिस पर यह तेजी से काम कर रही है। कंपनी के CEO अक्षय मुंद्रा ने कहा कि हमने बैंकों के साथ बात शुरू की है। हमारे पास कुछ रकम है। बाकी की रकम बहुत जल्द बैंकों से समझौता कर पूरी कर लेंगे। बता दें कि कंपनी ने हाल ही में अपना FPO जारी किया था। यह 6 गुना सब्सक्राइब हुआ था। एनालिस्टों का कहना है कि FPO के माध्यम से जुटाया गया अमाउंट कंपनी के लिए कम है।
लोन देने के लिए लोन लेगा बैंक
स्टेट बैंक 3 अरब डॉलर (करीब 25 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज लेगा। इसके लिए बोर्ड से अनुमति मिल गई है। बैंक इस रकम को कई टुकड़ों में जुटाएगा। यह फंड वित्त वर्ष 2024-25 में पब्लिक ऑफर या कर्ज के जरिए जुटाया जा सकता है। बैंक ने यह नहीं बताया है कि इस फंड का किया क्या जाएगा। एसबीआई ने स्टॉक मार्केट को इस बारे में जानकारी दी है। मीटिंग में बोर्ड ने फैसला लिया है कि बैंक लंबी अवधि में 3 अरब डॉलर का फंड जुटाने के लिए तरीकों की जांच परख करके निर्णय लेगा।
कंपनी को हुआ चौथी तिमाही में घाटा
वोडाफोन-आइडिया को वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 7,674 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। पिछली समान तिमाही में यह घाटा 6,418 करोड़ रुपये था। ऐसे में इस साल घाटे में करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
यह भी पढ़ें : सत्ता में तीसरी बार मोदी सरकार पर शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव क्यों? 5 कारण