रेलवे के 90% यात्री इस सुविधा से अनजान, Season Ticket क्या? जो पैसेंजर्स के लिए फायदेमंद
Season Ticket: ट्रेन में लाखों लोग सफर करते हैं, लेकिन इससे जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो यात्री नहीं जानते हैं। आज हम आपको सीजन टिकट के बारे में बताने वाले हैं। इस टिकट का इस्तेमाल आम नहीं है, बल्कि इसका इस्तेमाल रोज सफर करने वाले लोग ज्यादा करते हैं। इस टिकट की खास बात ये है कि एक बार खरीदने के बाद यात्री इससे महीनों तक सफर कर सकते हैं। इस टिकट की अवधि सप्ताह, महीने या साल तक की हो सकती है।
क्या होता है सीजन टिकट?
सीजन टिकट एक ऐसा टिकट है जो किसी यात्री को एक तय समय के लिए दिया जाता है। जो लोग रोज सफर करते हैं उनको रोज टिकट खरीदने से बचना है तो इस टिकट को लिया जा सकता है। इसके लिए आपको केवल एक ही बार भुगतान करना होता है। इसके अंतर्गत वो यात्री आते हैं जिनका रोज एक ही स्टेशन से आना जाना रहता है। इसका किराया भी यात्रा की दूरी पर निर्भर करता है।
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कितनी होनी चाहिए दूरी?
इन टिकट को ऐसे लोगों के लिए जारी किया जाता है जो प्रतिदिन 150 तक का सफर करते हैं। ये ऐसा टिकट होता है जो एक समय के बाद एक्पायर हो जाता है। इसको कई देशों में कम्यूटर पास के नाम से भी जाना जाता है। इन टिकटों की वैधता अलग अलग हो सकती है। इस टिकट को लेने के लिए यात्री रेलवे में अपना आवेदन दे सकते हैं। बच्चों को सीजन टिकट वयस्कों से आधे दाम पर दिया जाता है।
टिकट के साथ पहचान पत्र दिखाना जरूरी
सीजन टिकट एक फोटो पहचान पत्र के जैसा दिखता है। जिसको एक प्लास्टिक कवर के साथ दिया जाता है। यात्री को सीजन टिकट के साथ पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य है, नहीं तो ये टिकट अमान्य माना जाएगा, और यात्री को बिना टिकट के माना जाता है। क्लर्क स्टेशन की मुहर इसपर इस तरह से लगी होती है जिससे आधी मुहर फोटोग्राफ पर और बाकी आधी पहचान पत्र पर दिखे। आपको बता दें कि सीजन टिकट आरक्षित कोचों में यात्रा के लिए वैध नहीं होते हैं।
विद्यार्थियों को सीजन टिकट प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी के लिए अधिकतम 150 किलोमीटर की दूरी तक जारी किए जाते हैं। विद्यार्थी मासिक सीजन टिकट के लिए सामान्य वयस्क व्यक्ति के सीजन टिकट के मुकाबले आधा भुगतान करते हैं।
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