Share Market में आज 13 लाख करोड़ डूबे, सरकारी समेत बड़ी-बड़ी कंपनियों को भारी नुकसान
Stock Market Crash: आज का दिन शेयर बाजार के लिए बेहद बेकार रहा। Sensex 900 पॉइंट से ज्यादा टूटकर 72 761 पर बंद हुआ बल्कि Nifty 338 पॉइंट गिरकर 21 997 पर आ गया। वहीं अगर बात करें मिडकैप इंडेक्स और स्मॉल कैप इंडेक्स की तो इनमें भी भारी गिरावट आई। इसके अलावा अडानी ग्रुप के शेयर्स में 10 परसेंट तक की गिरावट देखने को मिली। बड़ी गिरावट के कारण इन्वेस्टर्स को लगभग 13 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
इसके अलावा, PSU स्टॉक्स भी बड़ी तेजी से ढह गए। कुछ सरकारी कंपनियों के शेयर्स में 10-10 परसेंट की गिरावट देखने को मिली। आज के दिन NHPC के शेयर 9.81 फीसदी गिरकर 78.15 रुपये पर पहुंच गए, तो वहीं IRFC का स्टॉक 9.14 परसेंट गिरकर 124 रुपये हर शेयर पर आ गया।
आपको बता दें कि LIC, पावर ग्रिड, कोल इंडिया और HAL के शेयर्स में 7 परसेंट से ज्यादा की कमी देखने को मिली। आज के दिन (13 मार्च) स्माल कैप और मिड कैप में बड़ी गिरावट की वजह से कुछ स्टॉक 20 परसेंट तक टूट गए। सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (CPSEs) के शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा और 20 परसेंट तक की गिरावट दिखी। आज के दिन BSE CPSE इंडेक्स की 30 कंपनियों के शेयर लाल निशान पर थे। इंट्राडे के दौरान राइट्स और रेलटेल में 17-20 परसेंट के बीच गिरावट आई।
इन स्टॉक्स में भी दिखी बड़ी गिरावट
रेलटेल कॉपोरेशन के अलावा, रेल विकास निगम के शेयर्स (RVNL Share) में 10 परसेंट तक की गिरावट देखने को मिली। IRFC के शेयर 9.14 परसेंट टूटकर 124 रुपये पर आ गए। IRCTC के स्टॉक्स में लगभग 5 परसेंट और टीटागढ़ रेलसिस्टम में भी 5 परसेंट की कमी देखने को मिली। अगर बात करें सरकारी कंपनियों की तो इनमें ONGC, गेल, आईओसीएल, केनरा बैंक, NTPC, भेल, ऑयल इंडिया, HPCL और SJVN में 12 परसेंट तक की गिरावट देखी गई।
आज के दिन सेंसेक्स के 1000 पॉइंट से ज्यादा गिरने के बाद इसके मार्केट कैप में भी भारी गिरावट आई।
शेयर में क्यों आई गिरावट?
सीएनबीसी टीवी-18 की एक रिपोर्ट में Nuvama Alternative & Quantitative Research के हवाले से बताया गया कि देश के म्यूचुअल फंड हाउसेज ने 5 सरकारी कंपनियों SAIL, RITES, SJVN Ltd. Bank of Baroda और IRCON International में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचकर एग्जिट कर लिया है। इसके अलावा कुछ फंड्स ने NHPC, ऑयल इंडिया और नाल्को जैसी PSUs में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी।