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चाय के शौकीनों के लिए काम की खबर! महंगी पड़ेगी हर एक चुस्की, इन दो वजहों से बढ़ी कीमत

Tea Price Soaring : अगर आप चाय के शौकीन हैं तो यह खबर आपके काम की है। चाय की पत्ती की कीमत बढ़ गई है। इसका कारण है कि पत्ती का असम में प्रोडक्शन कम हो रहा है। इस साल चाय का प्रोडक्शन पिछले साल की तुलना में काफी कम हुआ है। वहीं सरकार की कुछ पाबंदियों का भी असर पड़ा है।
03:58 PM Jul 08, 2024 IST | Rajesh Bharti
चाय के प्रोडक्शन पर मौसम की मार पड़ रही है।
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Tea Price Soaring : बारिश में चाय की चुस्की एक अजीब सुकून देती है। दोनों का साथ ही जो इतना गहरा है। लेकिन अब चाय की चुस्की लेना महंगा पड़ रहा है। इसका कारण है इसकी कीमत का बढ़ना। दरअसल, पिछले कुछ समय से चाय के प्रोडक्शन में कमी आ रही है जिसके कारण चाय की कीमत बढ़ रही है। टी बोर्ड के अनुसार चाय की कीमत में साल दर साल 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है।

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इन वजह से प्रोडक्शन में आई कमी

पिछले कुछ समय से चाय के प्रोडक्शन में कमी आ रही है। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े लोग परेशान हैं। चूंकि प्रोडक्शन में कमी है तो जाहिर है कीमत बढ़ेगी ही। कारण है मांग का लगातार बने रहना। इंडस्ट्री से जुड़े एक एक्सपर्ट के मुताबिक मई में तापमान में काफी बढ़ोतरी हुई जिस कारण मौसम काफी गर्म रहा। इस गर्मी की वजह से चाय की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसके बाद आई बाढ़ ने और परेशानी बढ़ा दी है। इन दो मुख्य वजहों के कारण असम में चाय का प्रोडक्शन काफी कम हो रहा है।

चाय के उत्पादन में कमी आने से इसकी कीमत बढ़ रही है।

इस बार 30 फीसदी कम हुआ प्रोडक्शन

इस बार मई में पिछले साल की तुलना में प्रोडक्शन में 30 फीसदी की कमी आई है। पिछले साल मई में चाय का प्रोडक्शन करीब 910 लाख किलो था। इस बार का जो प्रोडक्शन है, वह पिछले एक दशक में सबसे कम है। वहीं दूसरी ओर सरकार की तरफ से 20 कीटनाशकों पर बैन लगाया गया है। इस वजह से भी चाय के प्रोडक्शन में कमी आई है।

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बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है असम

जून में गर्मी के बाद हुई बारिश से चाय की पैदावार में कुछ वृद्धि हुई थी, लेकिन बाढ़ से सब बिगाड़ दिया। असम इस समय बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। असम के उत्तर-पूर्वी इलाके में देश के कुल चाय प्रोडक्शन का 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा पैदा होता है। इस समय यहां आई बाढ़ से इस इलाके के 20 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।

200 रुपये से ज्यादा बढ़ गई कीमत

चाय के प्रोडक्शन में कमी आने के कारण चाय की कीमत में तेजी देखी गई है। जून में चाय की कीमत में औसतन करीब 218 रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई है। यह पिछले साल की तुलना में करीब 20 फीसदी ज्यादा है। माना जाता है कि जुलाई में चाय का प्रोडक्शन सबसे ज्यादा होता है, लेकिन बारिश ने काफी फसल खराब कर दी है। इस साल 150 से 200 किलो चाय का प्रोडक्शन कम होने का अनुमान है। माना जा रहा है कि इस साल चाय की कीमत 16 से 20 फीसदी बढ़ सकती है।

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