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LLP कंपनी बनाकर शुरू कर सकते हैं बिजनेस, जानें- क्या हैं इसके फायदे और नुकसान

How to Make Limited Liability Partnership : बिजनेस करने के लिए कई तरह की कंपनियां बनाई जाती हैं। कोई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाता है तो कोई LLP बनाता है। सभी तरह की कंपनियों की अपनी अलग खासियत होती है। जानें, LLP किसके लिए और क्यों जरूरी होती है:
06:22 PM May 05, 2024 IST | Rajesh Bharti
llp कंपनी बनाकर शुरू कर सकते हैं बिजनेस  जानें  क्या हैं इसके फायदे और नुकसान
Limited Liability Partnership

Limited Liability Partnership : बड़े स्तर पर बिजनेस शुरू करने के लिए कंपनी बनाना जरूरी है। बात जब कंपनी बनाने की आती है तो सबसे पहला ख्याल यही आता है कि कंपनी किस प्रकार की होनी चाहिए। काफी लोग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाकर बिजनेस करना पसंद करते हैं तो कुछ Limited Liability Partnership (LLP) बना लेते हैं। LLP के अपने फायदे और नुकसान हैं।

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कैसे बनती है LLP?

LLP के तहत दो या दो से अधिक पार्टनर एक स्पेशल एग्रीमेंट बनाते हैं( इसमें सभी पार्टनर की सीमित जिम्मेदारियां होती हैं। LLP कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) के नियम अनुसार रजिस्टर्ड होती है। कोई भी पार्टनर किसी अन्य पार्टनर द्वारा बनाई गई Liability या कर्ज के लिए उत्तरदायी नहीं होता है। बिजनेस में लॉस और कर्ज को पार्टनर के बीच आपस में बांटा जा सकता है। LLP में कम से कम दो सदस्य या पार्टनर शामिल हो सकते हैं। ज्यादा की कोई लिमिट नहीं है। साथ ही कंपनी में शामिल पार्टनर में कोई भी एक पार्टनर भारतीय होना चाहिए।

Limited Liability Partnership

Limited Liability Partnership

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किसके लिए सही है LLP

अगर कोई शख्स चाहता है कि उसकी कंपनी में Liability यानी किसी भी प्रकार की देनदारी सीमित रहे तो उसे LLP शुरू करनी चाहिए। यही नहीं, अगर कोई शख्स कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराना चाहता है तो उसके लिए भी LLP एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।

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नहीं ला सकते IPO

अगर आप LLP बनाकर बिजनेस शुरू करते हैं तो इसकी कई सीमाएं हैं। अगर आप चाहते हैं कि बिजनेस को बढ़ाने के लिए IPO लेकर आएं और जनता से पैसा जुटाएं तो LLP बनाकर ऐसा नहीं कर सकते।

ये हैं LLP की खासियतें

  • अगर कंपनी का सालाना टर्नओवर 40 लाख से कम है तो ऑडिट की जरूरत नहीं।
  • आप चाहें तो शामिल पार्टनर को नुकसान और प्रॉफिट में हिस्सेदार बना सकते हैं और चाहें तो सैलरी पर भी रख सकते हैं।
  • कर्ज चुकाने के लिए पार्टनर्स की संपत्ति को बेचा नहीं जा सकता। कंपनी के नाम पर जितनी भी संपत्ति है केवल उनको ही बेचा जा सकता है।

ये हैं LLP की खामियां

  • इसमें भी पार्टनर के बीच में टकराव या बहस होने की आशंका रहती है।
  • कंपनी से जुड़े कई निर्णय लेना मुश्किल हो जाता है।
  • बिजनेस को स्कैल करना मुश्किल हो जाता है।
  • कंपनी के मुश्किल हालात होने पर आप कंपनी को खो भी सकते हो।

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ऐसे कराएं रजिस्टर

LLP में बिजनेस रजिस्टर कराने के लिए Ministry of Corporate Affairs की ऑफिशियल वेबसाइट mca.gov.in पर जाएं। यहां ऊपर राइट साइड में लिखे Sign In/Sign Up पर जाकर खुद को रजिस्टर करना होगा। इसके बाद LLP में रजिस्टर करना होगा। LLP रजिस्टर होने में 10 से 15 दिन तक लग सकते हैं। कंपनी रजिस्ट्रेशन में कोई परेशानी आए तो किसी CA से मदद ले सकते हैं।

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