Uniform KYC क्या, कैसे फायदमंद? करोड़ों यूजर्स को केंद्र सरकार किस तरह देगी तगड़ी राहत
Uniform KYC: किसी भी बैंक में अकॉउंट खुलवाना हो या कहीं इन्वेस्ट करना हो, हर जगह केवाईसी तो करवानी ही पड़ती है। आधार कार्ड के आते ही मोबाइल नंबर लेने और खाता खुलवाने जैसी सर्विस लेना आसान तो हुआ है लेकिन केवाईसी से लोग अक्सर परेशान रहते हैं। ऐसे में केवाईसी के इस झंझट से बचा जा सकता है क्योंकि भारत सरकार जल्द इस प्रोसेस में बड़ा बदलाव करने वाली है।
आपको बता दें कि, एफएसडीसी यानी फाइनेंसियल स्टेबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल ने सरकार से देशभर में ‘यूनिफॉर्म केवाईसी’ लागू करने की सिफारिश की है, जिससे केवाईसी प्रोसेस आसान हो जाने की बात कही जा रही है।
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क्या होती है केवाईसी और कैसे यूनिफॉर्म केवाईसी में मिलेगा फायदा?
केवाईसी की फुल फॉर्म Know Your Customer होती है। यह एक तरह से किसी भी व्यक्ति की पहचान का प्रोसेस होता है। म्यूचुअल फंड, लाइफ इंश्योरेंस, बैंक खाता खुलवाना और इसके साथ-साथ कई और जगहों में इन्वेस्ट करने के लिए कस्टमर को केवाईसी प्रोसेस से होकर निकलना पड़ता है। कई जगह तो यह बार-बार करना पड़ता है। इस प्रोसेस के अंतर्गत कई तरह के डाक्यूमेंट्स मांगे जाते हैं, जिसमें कई सारा टाइम और पेपरवर्क लगता है। कस्टमर्स की इस परेशानी को देखते हुए FSDC द्वारा यूनिफॉर्म केवाईसी शुरू करने की सलाह दी गई है।
यूनिफॉर्म केवाईसी के शुरू होने से फाइनेंशियल सेक्टर में किसी भी सर्विस के लिए कस्टमर को सिर्फ एक बार ही केवाईसी प्रोसेस से निकलना होगा।
वित्त मंत्री ने भी दिया सुझाव
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार ने फाइनेंस सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन की अध्यक्षता में एक एक्सपर्ट कमेटी गठित की गई, जो यूनिफॉर्म केवाईसी को लेकर नियमों का ढांचा तैयार करेगी। FSDC के साथ हाल ही में बैठक हुई, जिसके दौरान वित्त मंत्री ने भी केवाईसी प्रोसेस को आसान बनाने का सुझाव दिया। सरकार की यही कोशिश है कि फाइनेंशियल सर्विसेज को आसान बनाया जाए।
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कैसे काम करेगी यूनिफॉर्म केवाईसी?
इस समय बैंक अकाउंट खुलवाने से लेकर स्टॉक मार्केट में निवेश करने तक, सबमें अलग-अलग केवाईसी करवानी पड़ती है।
नए सिस्टम में कस्टमर को 14 अंकों वाला सीकेवाईसी नंबर (CKYC Number) दे दिया जाएगा। इसके साथ-साथ कस्टमर का केवाईसी रिकॉर्ड सेबी (SEBI) के अलावा आरबीआई (RBI), इरडा (IRDAI) और पीएफआरडीए (PFRDA) सभी जगह दे दिया जाएगा। इससे हर जगह केवाईसी करवाने के झंझट से बचा जाएगा क्योंकि आपकी जरूरी जानकारी सभी संस्थानों के पास सीकेवाईसी नंबर से चली जाएगी।