'टिंग-टोंग 20.64 लाख करोड़ रुपये प्राप्त हुए' UPI से धड़ाधड़ हो रहा है लेनदेन
UPI Transactions Data September 2024: UPI यानी Unified Payments Interface ने भारत में डिजिटल पेमेंट की दुनिया में क्रांति ला दी है। आजकल, बड़े शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक, हर कोई UPI का इस्तेमाल कर रहा है। चाहे आपको किराने का सामान खरीदना हो या फिर ऑनलाइन शॉपिंग करनी हो, UPI ने पेमेंट करना बेहद आसान बना दिया है। वहीं, सितंबर में तो UPI ने सभी रिकॉर्ड ब्रेक कर दिए हैं।
जी हां, सितंबर महीने में UPI के जरिए कुल 20.64 लाख करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है, जो पिछले साल की तुलना में 31% ज्यादा है। इतना ही नहीं, लेनदेन की संख्या भी 42% बढ़कर 15.04 अरब हो गई है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम यानी NPCI द्वारा हाल ही में ये आंकड़े जारी किए गए हैं।
पिछले महीने भी हुई करोड़ रुपये की ट्रांजैक्शन
बता दें कि पिछले महीने यूपीआई से हर दिन 50.1 करोड़ रुपये की ट्रांजैक्शन हुई है। जबकि अगस्त महीने में ये आंकड़ा 48.3 करोड़ दर्ज किया गया था। बीते पांच महीने से मंथली UPI ट्रांसक्शन्स की वैल्यू 20 लाख करोड़ रुपये से ऊपर बनी हुई हैं जो काफी बड़ा नंबर है।
अन्य पेमेंट तरीकों में भी बढ़ोतरी
- AEPS: सितंबर में करीब 10 करोड़ लेन-देन हुए, जिनकी कुल कीमत 24,143 करोड़ रुपये थी।
- IMPS: सितंबर में 5.65 लाख करोड़ रुपये के लेन-देन हुए, जो सालाना आधार पर 11% ज्यादा है।
- FASTag: सितंबर में 31.8 करोड़ लेन-देन हुए, जिनमें 7% की वृद्धि देखने को मिली।
ये भी पढ़ें : कहां ‘गायब’ हो गए 2000 के करोड़ों नोट? RBI ने डेटा शेयर कर किया बड़ा खुलासा
डिजिटल लेन-देन में तेजी
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये आंकड़े देश में डिजिटल ट्रांजैक्शन की बढ़ती पॉपुलैरिटी को दर्शाते हैं। वहीं, इस रिपोर्ट पर वर्ल्डलाइन इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुनील रोंगला का कहना है कि छोटे ट्रांजैक्शन के लिए लोग अब UPI का काफी यूज कर रहे हैं।