बाजार को लेकर रहें बेफिक्र, अमेरिका से नहीं आएगी कोई डराने वाली खबर!
Good News For Investors: हाल के दिनों में अमेरिकी में 'मंदी की आहट' जैसी खबरें डराती रही हैं। अमेरिका को दुनिया की सबसे बड़ी और मजबूत अर्थव्यवस्था माना जाता है, ऐसे में वहां होने वाली कोई भी उठापठक पूरी दुनिया को प्रभावित करती है। 2008 में जब अमेरिका मंदी के समुंदर में डूबा था तो उसकी छींटे भारत तक महसूस की गई थीं। हमारे बाजार ने भी गोता लगाया था। इस वजह से यूएस इकॉनमी को लेकर आने वाली नेगेटिव खबरें भारतीय निवेशकों के दिमाग पर भी गहरा प्रभाव डालती हैं।
विदेशी निवेश भी बढ़ा
अब जो रिपोर्ट्स अमेरिका को लेकर सामने आ रही हैं, वो उन खबरों से उपजे डर को दूर करने वाली हैं। इन रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अमेरिकी फाइनेंशियल मार्केट्स की ताकत में विशेषज्ञों का भरोसा बढ़ रहा है। साथ ही अमेरिकी अर्थव्यवस्था (US Economy) का प्रदर्शन दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर रहने की उम्मीद है। अमेरिका में विदेशी निवेश का फ्लो बढ़ा है। वैश्विक निवेशक अमेरिका में आज जितना निवेश कर रहे हैं, वो शायद उसके इतिहास में सबसे ज्यादा है।
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ग्लोबल इंडेक्स में दबदबा
अमेरिकी शेयर बाजार (US Stock Markets) की बात करें, तो इसका प्रदर्शन दुनिया के बाकी बाजारों की तुलना में बेहतर है। प्रमुख ग्लोबल स्टॉक इंडेक्स में US की हिस्सेदारी लगभग 70% है, जो 1980 के दशक के मुकाबले 30% अधिक है। डॉलर की वैल्यू भी बीते 50 सालों में आज सबसे ज्यादा हो गई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लेटेस्ट टेक्नोलॉजी में अमेरिकी कंपनियों का व्यापक योगदान है। इन कंपनियों की दुनियाभर में पहुंच है। ये कुछ ऐसी चीजें हैं जो अमेरिका को ताकतवर बनाती हैं। उनका कहना है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अमेरिका की हिस्सेदारी भले ही 27 प्रतिशत हो, मगर ग्लोबल स्टॉक मार्केट में इसका शेयर काफी ज्यादा है।
Trump से खुश मार्केट
अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप की वापसी को भी अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ बढ़ाने, टैक्स घटाने के साथ-साथ नियमों को आसान करने से अमेरिकी बाजार में तेजी आएगी। इसकी एक झलक चुनाव परिणाम के बाद देखने को मिली थी जब मार्केट शानदार तेजी के साथ दौड़ता नज़र आया था। अमेरिका आज निवेशकों को पहले से ज्यादा आकर्षित कर रहा है. एशिया और यूरोप में के निवेशक भी अमेरिका का रुख कर रहे हैं।
बॉन्ड्स में रिकॉर्ड निवेश
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी बॉन्ड्स में रिकॉर्ड निवेश हो रहा है। इस साल अब तक विदेशी निवेशकों ने अमेरिकी बॉन्ड्स में लगभग 1 लाख करोड़ डॉलर का निवेश किया है, जो यूरोजोन के बॉन्ड्स में इन्वेस्टमेंट के मुकाबले काफी ज्यादा है। लिहाजा, यह कहना गलत नहीं होगा कि फिलहाल अमेरिका में मंदी की आहट जैसी खबरों से घबराने की ज़रूरत नहीं है। इस तरह की खबरों ने निवेशकों को बाजार में कंजूसी से निवेश को कुछ हद तक विवश कर दिया था।