मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल- स्किलफुल बनेंगे छत्तीसगढ़ के छात्र, शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग
Skill Education Training: प्रदेश के विकास के लिए लगातार साय सरकार काम कर रही है। प्रदेश में शिक्षा स्तर और बेहतर हो, इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने छत्तीसगढ़ में बच्चों के कौशल उन्नयन के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। राज्य के सरकारी स्कूलों में स्किल एजुकेशन को शामिल करने के उद्देश्य से, छत्तीसगढ़ सरकार ने मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ एक तीन साल की साझेदारी की है। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (National Education Policy) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा (National Curriculum Framework) 2023 के अनुरूप है और इसका उद्देश्य छात्रों को जरूरी स्किल्स और शिक्षा प्रदान करना है। इस समझौते के तहत, पहले दो शैक्षणिक वर्षों में 800 सरकारी स्कूलों में स्किल एजुकेशन को लागू किया जाएगा। इस प्रोसेस में 1,600 शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे 40,000 छात्रों, जो कक्षा 6 से 10 तक के होंगे, को स्किल और जीवन कौशल शिक्षा प्रदान कर सकें। कार्यक्रम की शुरुआत कांकेर और कोंडागांव से होगी और इसे धीरे-धीरे राज्य के सभी 33 जिलों में फैलाया जाएगा।
मैजिक बस फाउंडेशन
मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन, जो 1999 में स्थापित एक प्रमुख गैर सरकारी संगठन है, इस पहल का प्रमुख भागीदार है। यह संगठन गरीबी में रहने वाले युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें चुनौतियों से भरे बचपन से सार्थक आजीविका की ओर मार्गदर्शन करने के लिए जाना जाता है। इस पहल के जरिए, छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों के बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ कौशल भी सिखाया जाएगा।
आदिवासी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों के लिए मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा देने का भी निर्देश दिया है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के पिछड़े माने जाने वाले आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों को सशक्त बनाना है। स्कूली शिक्षा में स्किल एजुकेशन के नए अवसर देकर, यह कदम राज्य को सशक्त करेगा और देश के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। युवा पीढ़ी नई तकनीकों और ज्ञान से लैस होकर भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार होंगे।
ये भी पढ़ें- ‘दिव्यांग लोग समाज पर बोझ नहीं हैं’, ‘दिव्य कला शक्ति’ कार्यक्रम में बोले छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका