अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई, छत्तीसगढ़ CM साय बोले- महिला सशक्तीकरण के बिना विकसित नहीं भारत
CM Vishnudev Sai on Women Empowerment: आज पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मना रही है, ऐसे में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी इस खास मौके पर प्रदेश की सभी माताओं, बहनों और बेटियों को बधाई दी। महिलाओं को इस खास दिन की शुभकामनाएं देते हुए सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति और ज्यादा जागरूक होने की जरूरत है, ताकि समाज में उनके सशक्तीकरण को सही बढ़ावा दिया जा सके। पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लैंगिक समानता देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इसके साथ ही सीएम साय ने कहा कि विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प हम बिना महिला सशक्तीकरण के पूरा नहीं कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 08 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सभी माताओं, बहनों और बेटियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। श्री साय ने कहा है कि महिलाओं के लिए विकास के समान अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में राज्य सरकार निरन्तर काम करती रहेगी।
महिलाओं के आर्थिक… pic.twitter.com/gMNxAfe3Rj
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) March 8, 2024
विकसित भारत के लिए महिला सशक्तीकरण
सीएम साय ने आगे कहा कि साल 2047 तक विकसित भारत के साथ विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प को पूरा करने के लिए राज्य सरकार प्रदेश में महिला सशक्तीकरण को बड़े स्तर पर बढ़ावा दे रही है। राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के समावेशी विकास के लिए रोड मैप तैयार किया गया है। इस रोड मैप का पहला पॉइंट महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। इसके लिए प्रदेश में महतारी वंदन योजना शुरू की गई है। इस योजना की पहली किस्त मार्च में ही महिलाओं को दी गई। इस योजना के तहत सरकार महिलाओं के खाते में हर महीने एक हजार में डालेगी।
यह भी पढ़ें: मेरे सिर मारी थी गोली, लड़खड़ाती जुबान से जांबाज ने सुनाई बहादुरी की कहानी, सुनकर भावुक हुए CM साय
महिलाओं के साथ साय सरकार
सीएम विष्णुदेव साय ने बताया कि प्रदेश के विकास में महिलाओं को भागीदारी को बढ़ाते हुए सरकार ने राज्य की महिला समूहों को रेडी-टू-ईट निर्माण जिम्मेदारी सौंप दी। इससे बड़ी संख्या में महिलाओं को रोजगार मिल रहा है और उनका आर्थिक विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का संकल्प है कि वह महिलाओं को स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सुरक्षा प्रदान करें। इसी के लिए महिला और बाल विकास के बजट को करीब दोगुना से ज्यादा बढ़ा दिया गया है।