रंग ला रही CM विष्णुदेव साय की कोशिशें; छत्तीसगढ़ के इन कैंसर पीड़ितो को जिले में ही मिल रहा मुफ्त इलाज
Chhattisgarh 2 Cancer Patients Free Treatment in Govt Hospital: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार की कोशिशे अब धीरे-धीरे रंग ला रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर राज्य के हर एक जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत की जा रही है। इसके परिणामस्वारूप राज्य के लोगों को सरकारी अस्पताल में बड़ी से बड़ी बिमारी के लिए फ्री में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल कर रही है। ताजा मामला जशपुर जिले से सामने आया है। यहां कैंसर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे रामप्यारे और दीनदयाल को अपने घर के पास ही सरकारी अस्पताल में फ्री में कैंसर का इलाज मिल रहा है।
रामप्यारे के लिए संकटमोचक बना जिला अस्पताल
जशपुर के राजापारा के रहने वाले रामप्यारे (60) ने बताया कि कैंसर के इलाज में उनकी पूरी जमा पूंजी खत्म हो गई। नौबत तो घर बेचने तक की आ गई थई। इस परेशानी के समय में जिला अस्पताल का दीर्घायु वार्ड उनके के लिए संकटमोचक बना। जहां उनका फ्री में कैंसर का इलाज हुआ और साथ ही फ्री में दवाइयां भी मिली हैं। रामप्यारे सरकारी मॉडल स्कूल में भृत्य के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि कई सालों से उनके पेट में दर्द और जलन हो रही थी, शुरुआत में उन्होंने अम्बिकापुर के एक प्राइवेट अस्पताल से जांच करवाया, जिसकी रिपोर्ट में पेट में अल्सर होने की बात सामने आई। रायपुर के निजी अस्पताल में अपने ईलाज कराया। यहां उन्हें जांच में पता चला कि उनके अमाशय में कैंसर है। इसके बाद उन्हें दूसरे किसी प्राइवेट अस्पताल में रेफर कर दिया गया। यहां भी उनका इलाज एक साल तक चला। इस इलाज उनकी पूरी जमा पूंजी खत्म हो गई।
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इसी बीच उन्हें जिला अस्पताल में कैंसर के फ्री इलाज के बारे में पता चला। राम प्यारे बताया कि यहां पर उनका इलाज फ्री हो जाता है। इसके लिए उन्होंने सीएम विष्णुदेव साय का धन्यवाद दिया।
सरकारी अस्पताल में कैंसर का फ्री इलाज
इसी तरह से कांसाबेल के कैंसर पीड़ित मरीज दीनदयाल यादव को भी सरकारी अस्पताल में फ्री इलाज की सुविधा मिल रही है। उन्होंने बताया कि उन्हें सितम्बर 2023 से कई शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। रायपुर के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान जांच में पता चला कि उनकी किडनी में कैंसर है। इस डॉक्टरों ने समझाया की उन्हें अपना इलाज जिले में ही करा सकते हैं। इसके बाद वह जशपुर के दीर्घायु वार्ड में गए यहां उनका फ्री इलाज वाला आयुष्मान कार्ड बना। इसके बाद वहीं पर उनका इलाज शुरू हुआ। अब वह धीरे-धीरे ठीक होने लगे हैं।