छत्रपति शिवाजी जयंती पर भावुक हुए CM साय, बोले- महाराज लोगों के लिए शौर्य और आत्मविश्वास का प्रतीक
Chhattisgarh CM Vishnudev Sai: छत्तीसगढ़ में भाजपा की विष्णुदेव साय सरकार राज्य के लोगों के लिए काम करने के साथ-साथ प्रदेश की भी विकास कर रही है। इसके साथ ही सरकार अपने वीर योद्धाओं को भी याद करती है। हाल ही में सीएम विष्णुदेव साय ने जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज के निधन पर पूरे राज्य में आधे दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया था। वहीं आज सीएम विष्णुदेव साय ने छत्रपति शिवाजी महाराज और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गोपाल कृष्ण गोखले को उनके योगदान के लिए नमन किया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने वीर शिरोमणि मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री साय ने कहा "शिवाजी महाराज के अदम्य साहस और वीरगाथाओं से हमेशा हमें प्रेरणा मिलती रहेगी।"#ShivajiMaharajJayanti pic.twitter.com/yE2Us2ydua— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) February 19, 2024
शौर्य और आत्मविश्वास का प्रतीक हैं छत्रपति शिवाजी
बता दें कि 19 फरवरी को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती है और गोपाल कृष्ण गोखले की पुण्यतिथि है। सीएम साय ने छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर नमन करते हुए कहा कि शिवाजी महाराज ने साहस और पराक्रम की अद्भुत मिसाल पेश की। वीर शिवाजी एक कुशल योद्धा होने के साथ-साथ एक कुशल रणनीतिकार भी थे। उन्होंने अपनी नीतियों से अनुशासित सेना और प्रशासनिक व्यवस्था बनाई। आज छत्रपति शिवाजी लाखों लोगों के लिए शौर्य और आत्मविश्वास का प्रतीक हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानी गोपाल कृष्ण गोखले जी की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन किया।
श्री साय ने उनका स्मरण करते हुए कहा- "गोपाल कृष्ण गोखले अहिंसा के सिद्धांत पर चलने वाले महान नेता और समाज सुधारक थे। उनका सम्पूर्ण जीवन हम सभी के लिए… pic.twitter.com/r505BfHC8V— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) February 19, 2024
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महान विचारक गोपाल कृष्ण गोखले
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गोपाल कृष्ण गोखले को पुण्यतिथि पर नमन करते हुए उन्हें एक समाजसेवी और महान विचारक बताया। सीएम साय ने लिखा कि स्वतंत्रता सेनानी गोखले ने राष्ट्र सेवा की नींव मजबूत की और भारत को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनकी चारित्रिक दृढ़ता, आत्मिक विकास और देश के प्रति निःस्वार्थ सेवा आज कई लोगों के लिए प्रेरक है।