CG: 'कांग्रेस के अध्यक्ष ऐसी बातें कैसे लिख सकते हैं?', दीपक बैज के बिरकोना पत्र पर डिप्टी सीएम का पलटवार
Deputy CM Vijay Sharma Targets PCC Chief Deepak Baij: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और राज्य सरकार की बीच तीखी बयानबाजी का सिलसिला जारी है। हाल ही में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पत्र लिखकर राज्य सरकार पर बिरकोना में किसी को बचाने का आरोप लगाया था। अब प्रदेश के गृह मंत्री और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दीपक बैज के इस पत्र का मुंहतोड़ जवाब दिया है।
पीसीसी चीफ पर डिप्टी सीएम का वार
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को पुलिस की जांच की जानकारी ही नहीं है। वह जिस जांच की बात कर रहे हैं, उसकी SIT के रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जिस पर आरोप है वो जेल में है। उन्होंने कांग्रेस पर ताना मारते हुए कहा कि इतनी बड़ी राष्ट्रीय पार्टी है, उनके प्रदेश अध्यक्ष ऐसी बातें कैसे लिख सकते हैं? उन्हें इस तरह की राजनीति नहीं करनी चाहिए।
"झूठ बोल रहे हैं - भूपेश बघेल जी”
“ऐसे दो झूठी बातों को ले कर घेराव करने वाले हैं” pic.twitter.com/IVqt23bYjZ— Vijay sharma (@vijaysharmacg) October 18, 2024
भूपेश बघेल पर डिप्टी सीएम का पलटवार
इस दौरान विजय शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि पहली हत्या के आरोपी के आधार पर किसी की गिरफ़्तारी हुई है, जो भूपेश बघेल का बयान था वो सरासर झूठ है। गांव के न किसी और ने आत्महत्या की बात नहीं की थी सिर्फ़ जांच की बात की थी। समाज और गांव को बरगलाने का काम भूपेश बघेल कर रहे है। वह सिर्फ इस पर अपनी राजनैतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे है। भूपेश बघेल समाज के सामने वो चीजे रख रहे हैं, जो तथ्य नहीं है। इससे कैसे समझ पाएंगे कि पत्र में क्या लिखा है? बिरकोना क्या है? बिरकोना में किसी को बचाने लाइन से क्या स्पष्ट हो रहा है? बिरकोना का संदर्भ क्या है?
यह भी पढ़ें: ‘कोई भी निर्माण कार्य बिना श्रमिकों के संभव नहीं है’, वर्कशॉप में बोले छत्तीसगढ़ श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन
प्राइमरी स्कूल के पदों पर नियुक्ति
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कोर्ट के आदेशानुसार डीएड के अभ्यर्थियों की प्राइमरी स्कूल के पदों पर नियुक्ति होनी है। राहुल गांधी के हाथ से पिछली सरकार ने बीएड वालों को नियुक्ति पत्र दी और लिख दिया कोर्ट का निर्णय मान्य होगा। चुनाव और वोट बैंक के कारण तीन हज़ार परिवार आज फंस चुका है। सारे आदेश और नियमों का पालन कर सरकार जल्द निष्पक्षता से निर्णय लेगी।