तीजन बाई के घर पहुंचे छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री, पद्मश्री पंडवानी गायिका से मिलकर पूछा हाल-चाल
Health Minister Shyam Bihari Jaiswal Reached Tejan Bai House: स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल भिलाई पहुंचे। उन्होंने पद्मश्री पंडवानी गायिका तीजन बाई से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना और उन्हें 5 लाख का चेक सौंपा और कहा कि, मुख्यमंत्री ने आपका हाल-चाल जानने के लिए भेजा। आपको स्वास्थ्य विभाग की ओर से कभी कोई तकलीफ नहीं होगी। इस दौरान विधायक ललित चंद्राकर, गजेंद्र यादव, डोमन लाल कारसेवाडा भी मौजूद रहे।
पिछले कुछ समय से पंडवानी गायिका पद्मश्री तीजन बाई का स्वास्थ्य खराब है। बताया जा रहा है कि, उन्हें पेंशन भी नहीं मिल रही है। स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब होती जा रही है। परिजन उनका इलाज कराने के लिए काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है कि, अगर सरकार से मदद नहीं मिली तो उनका इलाज कराना मुश्किल हो जाएगा।
आर्थिक समस्या से जूझ रही छत्तीसगढ़ की शान
पंडवानी गायिका तीजन बाई ने अपनी कला के लिए तीनों पद्म पुरस्कार हासिल किए लेकिन अब वे अपनी पेंशन के लिए जूझ रही हैं। 2023 में उनके छोटे बेटे का निधन हो गया, जिसके बाद से पैरालिसिस ने उन्हें सबसे ज्यादा प्रभावित किया। तभी से वह बिस्तर पर हैं।
पिछले 8 महीनों से तीजन बाई की पेंशन लंबित है। पेंशन पाने के लिए उनके बेटे दर-दर भटक रहे हैं। छत्तीसगढ़ में सभी प्रसिद्ध कलाकार राज्य सांस्कृतिक विभाग द्वारा 2000 रुपये की मासिक पेंशन और चिकित्सा व्यय के लिए 25000-50000 रुपये पाने के हकदार हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर पद्मविभूषण श्रीमती तीजन बाई को उपचार हेतु मिली सहायता
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने छत्तीसगढ़ की प्रख्यात पंडवानी कलाकार श्रीमती तीजन बाई को 5 लाख रुपये का चेक प्रदान किया। #TeejanBai #VishnuDeoSai #ShyamBihariJaiswal pic.twitter.com/USba421mBl— Jansampark CG (@DPRChhattisgarh) December 18, 2024
राजदूत के रूप में की कई देशों की यात्रा
पंडवानी में दुशासन वध के प्रसंग का पावरफुल प्रदर्शन सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। वहीं, तीजन की लोकप्रियता छत्तीसगढ़ के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी है। 1980 में सांस्कृतिक राजदूत के रूप में तीजन बाई ने इंग्लैंड, फ्रांस, स्विट्जरलैं, जर्मनी, टर्की, माल्टा, साइप्रस, रोमानिया और मॉरीशस की भी यात्रा की।
कई पुरस्कार मिले
- 1988 में पद्मश्री सम्मान
- 1995 में संगीत नाटक अकादनी पुरस्कार
- 2003 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण सम्मान
- 2007 में नृत्य शिरोमणि सम्मान
- 2019 में पद्म विभूषण सम्मान
- 2017 में खैरागढ़ संगीत विवि से डी लिट की मानद उपाधि
- अब तक उन्हें 4 डी लिट सम्मान मिले
- जापान में उन्हें फुकोका पुरस्कार से सम्मानित किया गया
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