मुख्यमंत्री साय और केंद्रीय मंत्री ने किया दिव्य कला मेला का उद्घाटन, यह मेला क्यों है इतना खास; जानिए
CM Sai In Divya Kala Mela 2024: केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने 17 अगस्त को सुबह 11 बजे रायपुर के बीटीआई ग्राउंड शंकर नगर में 'दिव्य कला मेला' की शुरुआत की। इस दौरान राज्य के मुखिया विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरूण साव, समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े मौजूद रहे। सभी ने मेले के स्टालों अवलोकन किया। इस मेले में देशभर के दिव्यांग उद्यमियों कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित किया गया है।
मेले में लोग देश के अलग-अलग क्षेत्रों के पसंदीदा व्यंजनों का भी आनंद ले सकेंगे। यह मेला दिव्यांगजनों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अनूठी पहल है। यह मेला 16 अगस्त से 22 अगस्त 2024 तक आयोजित किया जाएगा। यह मेला देशभर के दिव्यांग उद्यमियों कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाला एक अनूठा कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम लोगों के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रस्तुत करेगा।
इस मेले में जम्मू और कश्मीर, पूर्वोत्तर राज्यों के उत्पादों हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई का काम और पैकेज्ड फूड आदि सहित देश के अलग-अलग हिस्सों के जीवंत उत्पाद एक साथ देख सकते हैं। रायपुर में यह 7 दिवसीय ‘‘दिव्य कला मेला‘‘ सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। इसमें दिव्यांग कलाकारों और जाने-माने पेशेवरों की ओर से प्रस्तुतियां देने के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों की एक श्रृंखला भी देखने को मिलेगी। इस कार्यक्रम में लोग देश के अलग-अलग क्षेत्रों के अपने पसंदीदा व्यंजनों का भी आनंद ले सकते हैं। इस मेले का समापन दिव्य कला शक्ति नामक भव्य कार्यक्रम के साथ होगा, जिसमें देश के चुनिंदा दिव्यांग कलाकार अपनी कला, नृत्य तथा गायन का प्रदर्शन करेंगे।
दिव्य कला मेला इस श्रृंखला का 17वां मेला
दिव्य कला मेला दिव्यांगजन (PWD) के उत्पादों और कौशल के विपणन और प्रदर्शन के लिए एक बड़ा मंच दिया गया है। दिव्य कला मेला, रायपुर, छत्तीसगढ़ साल 2022 से शुरू होने वाली श्रृंखला का 17वां मेला है। लगभग 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगर कलाकार और उद्यमी अपने उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें मुख्य रूप से गृह सज्जा और जीवन शैली, कपड़े, स्टेशनरी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, पैकेज्ड फूड और ऑर्गेनिक उत्पाद, खिलौने और उपहार, व्यक्तिगत सहायक उपकरण, आभूषण, क्लच वेग आदि उत्पाद प्रदर्शित किए गए हैं। इसके साथ ही दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें लोन मेले के माध्यम से राज्य की चैनलाइजिंग एजेंसियों की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। दिव्यांगों के हुनर जैसे संगीत, नृत्य, नाटक के कौशल को प्रोत्साहित के लिए दिव्य कला शक्ति का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
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