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'हारने के बाद जीतने का अलग ही मजा है... उन्हें ही बाजीगर कहते हैं', छत्तीसगढ़ में बोली ओलंपिक मेडलिस्ट मनु भाखर

Olympic Medalist Manu Bhakhar in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह में ओलंपिक मेडलिस्ट मनु भाखर शामिल हुईं।
07:45 AM Oct 21, 2024 IST | Pooja Mishra
 हारने के बाद जीतने का अलग ही मजा है    उन्हें ही बाजीगर कहते हैं   छत्तीसगढ़ में बोली ओलंपिक मेडलिस्ट मनु भाखर

Olympic Medalist Manu Bhakhar in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता का बीते दिन समापन समारोह किया गया। इस समारोह में पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए 2 मेडल लाने वाली मनु भाखर भी शामिल हुई। यहां मनु भाखर ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत और पुरन्दर मिश्रा के साथ मिलकर विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। समारोह संबोधित करते हुए मनु भाखर ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि हारने के बाद जीतने का अलग मजा होता है। हार के जीतने वाले को ही बाजीगर कहते है हिम्मत ना हारिये आगे बढ़ते रहे।

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मनु भाखर ने बढ़ाया खिलाड़ियों का हौसला

मनु भाखर ने कहा कि वह पहली बार छत्तीसगढ़ आई हैं, स्पोर्ट्स इवेंट का हिस्सा बनना उन्हें बेहद बेहद पसंद है। उन्होंने कहा कि जहां खेल और खिलाड़ी होते हैं, वहां जाने का एक अलग ही मजा होता है। जितने वाले खिलाड़ियो को मेरी ढ़ेर सारी बधाई है। लेकिन जो हारे हैं, उन्हें कहना चाहती हूं। की हारने के बाद जीतने का अलग मजा होता है। हार के जीतने वाले को ही बाजीगर कहते है हिम्मत ना हारिये आगे बढ़ते रहिए। छत्तीसगढ़ में खेल के माहौल देखकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। आने वाले समय में देश को छत्तीसगढ़ से काफी अच्छे प्लेयर मिलेंगे।

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ओलंपिक में छत्तीसगढ़ से आएंगे कई खिलाड़ी

छत्तीसगढ़ से बहुत सारे खिलाड़ी ओलंपिक में आएंगे, प्रदेश के सभी खिलाड़ियों को मेरी बहुत सारी शुभकामनाएं और बधाई। छत्तीसगढ़ में 44 प्रतिशत जमीन फॉरेस्ट लैंड है, मैं आज बारनवापारा भी गई थी। दिल्ली से छत्तीसगढ़ आने के बाद तो देवभूमि जैसा अनुभव हुआ है। हमारे जीवन में वन और वन्य जीवो का बहुत महत्व है। हम सभी को साथ मिलकर वन और वन्य जीवो के लिए काम करना चाहिए। हमे सबसे अच्छी बात लगती है की हम हमेशा आगे बढ़ना चाहते है, ऊंचा उठना चाहते है। कभी भी हम छोटा नहीं सोचते है. हम इसी सोच से आगे बढ़ते रहे है।

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