whatsapp
For the best experience, open
https://mhindi.news24online.com
on your mobile browser.
Advertisement

'मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता...' धान खरीद केंद्र पर तौल में गड़बड़ी करने वाले हमाल ने किसानों को दिखाए तेवर

Paddy Porter Showed His Attitude to Farmers: छत्तीसगढ़ के अभनपुर के धान खरीदी केंद्र पर तौल में गड़बड़ी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को हमाल ने तेवर दिखाते हुए कहा कि 'मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता...'
09:57 AM Dec 04, 2024 IST | Pooja Mishra
 मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता     धान खरीद केंद्र पर तौल में गड़बड़ी करने वाले हमाल ने किसानों को दिखाए तेवर

Paddy Porter Showed His Attitude to Farmers: 'जिस भी अधिकारी को शिकायत करनी है... कर लो, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता' ये तेवर धान खरीदी केंद्र पर काम करने वाले हमाल के हैं। दरअसल, छत्तीसगढ़ के अभनपुर के धान खरीदी केंद्र मानिकचौरी पर इलेक्ट्रॉनिक तराजू में छेड़छाड़ करके तौल के दौरान किसानों का 4 से 5 किलो तक धान ज्यादा तौला कर उनका हक मारा जा रहा था। लेकिन कुछ ही समय में किसानों के सामने हमाल की इस चालाकी की पोल खुल गई। इसके बाद आक्रोशित किसानों ने खरीदी केंद्र के सामने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। साथ ही ऐसा करने वाले जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे।

Advertisement

हमाल ने किसानों को दिखाए तेवर

किसानों का कहना है कि जब उन्होंने तौल गड़बड़ी पकड़ी और हमाल से इसके बारे में पूछा, तो वह रौब दिखाने लगा। हमाल ने तेवर के साथ कहा कि 'जिस भी अधिकारी को शिकायत करना है, कर लो, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता'। हालांकि, कुछ बाद ही समिति के प्रभारी व्यवस्थापक आयुष्मान निषाद ने प्रदर्शन कर रहे किसानों के सामने हड़बड़ाते हुए स्वीकार किया कि इलेक्ट्रॉनिक तराजू में छेड़छाड़ की गई थी। क्योंकि समिति ने किसानों की शिकायत पर जब अपने सामने धान का तौल करवाया, तो प्रति बोरा 4 से 5 किलो धान अधिक निकला। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह से करीब ढाई क्विंटल धान अधिक तौले जाने की पुष्टि हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले से जुड़े हमाल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Advertisement

यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में भीषण सड़क हादसा; कार और सब्जियों से भरी पिकअप में भिड़ंत; 3 की मौत

Advertisement

व्यवस्थापक ने किसानों को दिया आश्वासन

इस दौरान व्यवस्थापक आयुष्मान निषाद ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को उनकी मांग पूरी करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन वापस ले लिया। यहां सवाल यह है कि 14 नवंबर से हो रही धान खरीदी को 15 दिन बीत चुके हैं। इस अवधि में जाने कितने किसानों का धान इसी तरह अधिक तौल कर उनका हक मारा गया है। आखिर उसके लिए कौन जिम्मेदार है? साथ ही यह भी सवाल उठता है कि आखिर एक हमाल कैसे अकेले ही इस तरह की गड़बड़ी को अंजाम देने की हिम्मत कर सकता है?

Open in App Tags :
Advertisement
tlbr_img1 दुनिया tlbr_img2 ट्रेंडिंग tlbr_img3 मनोरंजन tlbr_img4 वीडियो