छत्तीसगढ़ राज्योत्सव में 36 हस्तियां हुईं सम्मानित, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बोले- राज्य की पुण्य भूमि में हिंसा की कोई जगह नहीं
Rajyotsava Closing Ceremony: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि निस्वार्थ सेवा की आड़ में हमारी श्रद्धा को परिवर्तित करने का प्रयास किया जा रहा है। यह धनबल और भोलेपन के आधार पर हो रहा है। हजारों साल पुरानी संस्कृति पर प्रहार किया जा रहा है। इन प्रयत्नों में खासतौर पर आदिवासियों को निशाना बनाया जाता है।
देश की आत्मा को जीवंत रखने ऐसी ताकतों को कुचलने की जरूरत है। देश की संस्कृति सबको समेटने वाली है। इस विशेषता को बरकरार रखना है। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नवा रायपुर में आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव के समापन तथा राज्य अलंकरण समारोह में उपस्थित लोगों को उपराष्ट्रपति धनखड़ संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए एक और चिंता का कारण है, जिस पर सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नक्सलवाद से लड़ने का काम किया है। सरकार की सकारात्मक नीतियों की वजह से युवाओं को अनेक अवसर मिल रहे हैं।
ऐसी शक्तियों को रोकना जरूरी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नक्सलवाद के खिलाफ शांति स्थापित करने की दिशा में किए गए प्रयासों पर जोर दिया और कहा कि नक्सलवाद अंतिम चरण में है।
माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी की गरिमामयी उपस्थिति में आज "राज्य अलंकरण समारोह" में 36 विभूतियों को छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा एवं देश-प्रदेश के विकास में योगदान के लिए 'राज्य अलंकरण सम्मान' से सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वाले सभी विभूतियों को हार्दिक बधाई एवं… pic.twitter.com/9EH2bQle7P
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) November 6, 2024
नक्सलवाद पर बोले सीएम साय
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में शांति स्थापित करते हुए लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया जा रहा है। राज्य की पुण्य भूमि में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। नक्सलवाद अब अंतिम सांसें गिन रहा है।
उन्होंने कहा कि अगले साल राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे। राज्य के भावी विकास में महिलाएं हमारी ताकत हैं। महतारी वंदन योजना से आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं। महिला सशक्तिकरण से प्रदेश का सशक्तिकरण कर पाएंगे।
"छत्तीसगढ़ महतारी की जय"
माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी की गरिमामयी उपस्थिति में आज "राज्योत्सव - 2024" का समापन हुआ। समारोह में आदरणीय राज्यपाल श्री रमेन डेका जी, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह जी, उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव जी के साथ सम्मिलित हुआ।
तीन दिवसीय इस… pic.twitter.com/EGwU5HzlyN
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राज्य अलंकरण प्राप्त कलाकारों के लिए बनेगा स्पेशल ग्रेड
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ कलाकार रजिस्ट्रेशन भुगतान नियम 2021 के संबंध में कला, संगीत, नृत्य, नाट्य व गायन के क्षेत्र में राज्य अलंकरण प्राप्त कलाकारों के लिए एक विशिष्ट ग्रेड ‘ए1’ निर्धारित करने की घोषणा की।
इसके साथ ही समस्त ‘ए’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम कार्यक्रम मंजूरी सीमा को 10 से बढ़ाकर 20 तथा ‘बी’ की अधिकतम सीमा 12 को बढ़ाकर 24 करने तथा ग्रेड निर्धारण समिति की हर बैठक में अधिकतम तीन प्रतिष्ठित कला विशेषज्ञों को अशासकीय सदस्य के रूप में सम्मिलित करने की घोषणा की।
माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी राज्योत्सव के मंच पर अबूझमाड़ के युवा एवं बच्चों की प्रतिभा एवं मलखंब प्रदर्शन को देखकर अत्यंत प्रसन्न हुए। आदरणीय उपराष्ट्रपति जी द्वारा मलखंब टीम के सदस्यों से आत्मीय संवाद और सभी को दिल्ली भ्रमण के लिए आमंत्रित किया जाना गौरवपूर्ण क्षण… pic.twitter.com/9iHcOZO2lE
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37 पर्सनैलिटी और 4 इंस्टीट्यूशन सम्मानित
राज्योत्सव के समापन समारोह में बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड ने छत्तीसगढ़ के 36 अलंकरण से अलग-अलग क्षेत्रों में श्रेष्ठ योगदान देने वाले 37 विभूतियों और चार संस्थाओं को सम्मानित किया। आदिम जाति कल्याण विभाग की ओर से आदिवासी पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार बुटलूराम माथरा को दिया गया।
इसी प्रकार आयुर्वेद चिकित्सा में धनवंतरि सम्मान डॉ. मनोहर लाल लहेजा और छत्तीसगढ़ी सिनमा में निर्देशन के लिए किशोर साहू को सम्मानित किया गया। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से दिए जाने वाले अहिंसा व गौरक्षा के क्षेत्र में यति यतनलाल सम्मान मनोहर गौशाला खैरागढ़, महिला व बाल विकास विभाग के महिला उत्थान के क्षेत्र में मिनीमाता सम्मान के लिए सतनामी महिला समिति कोहका दुर्ग को सम्मानित किया गया।
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