नक्सलियों के IED की चपेट में आए 2 बच्चों की मौत, CM साय की चेतावनी- उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी
Two Boys Killed in Naxalites IED Blast: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई सख्त होने के बावजूद, वहां के लोग नक्सलियों के नापाक इरादों की चपेट में आ जाते हैं। दरअसल बीजापुर के भैरमगढ़ के बोड़गा गांव के दो मासूम बच्चे नक्सलियों द्वारा लगाए IED की चपेट में आ गए और धमाके में इन दोनों बच्चों की मौत हो गई। बीजापुर पुलिस ने खुद इस बात की जानकारी दी है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इन नक्सलियों की साजिश का शिकार होने पर इन बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त किया है।
बीजापुर जिले के बड़े बोड़गा गांव के एक खेत में नक्सलियों द्वारा लगाये गए आईआईडी की चपेट में आने से गांव के दो मासूम बच्चों के देहावसान की दुःखद सूचना प्राप्त हो रही है।
ईश्वर से उन अबोध बच्चों की आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ। मेरी…
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) May 13, 2024
सीएम साय की चेतावनी
सीएम विष्णुदेव साय ने अपने अधिकारिक X हैंडल पर पोस्ट करते हुए इन बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। सीएम साय ने पोस्ट में लिखा कि बीजापुर में 2 बच्चे नक्सलियों के लगाए गए IED का शिकार हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इस खबर से काफी दुख हुआ है। भगवान उन बच्चों की आत्मा की शांति दे, साथ ही उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति दे। मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस नक्सलवाद का काले साए ने हमारे बच्चों को निगल लिया। इसी किसी सूरत बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस घटना की जितनी निंदा की जाए उतना ही कम है। नक्सलियों को इन बच्चों की मौत की कीमत जरूर चुकानी पड़ेगी।
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तेंदुपत्ता तोड़ने गए थे बच्चे
नक्सलियों के IED के शिकार हुए दोनों बच्चों की पहचान हो गई है। इसमें से एक बच्चे का नाम लक्ष्मण ओयाम है, जिसकी उम्र 13 साल है। वहीं दूसरे बच्चे का नाम बोती ओयाम है, जिसकी उम्र 11 साल है। जानकारी के अनुसार ये दोनों बच्चे जंगल में तेंदुपत्ता तोड़ने गए थे। इस दौरान ही बच्चे IED की चपेट में आ गए और धमाके के शिकार हो गए। इस दौरान दोनों बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई।