Delhi AQI: दिल्लीवासियों की सांसों पर गहराया संकट! एक्यूआई पहुंचा 400 पार
राहुल प्रकाश (दिल्ली)
Delhi AQI: दिल्ली में जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे सांसों पर संकट भी गहराता जा रहा है। रविवार को दिल्ली में AQI 400 के पार पहुंच दर्ज किया गया। इसके अलावा दिल्ली में 10 से ज्यादा ऐसे इलाके रहे, जहां पर AQI खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली के ये हालात GRAP-3 लागू होने के बाद हैं। इस दौरान राजधानी में पॉल्युशन को कम करने के लिए हर संभव कोशिश नाकाम होती नजर आ रही है।
कहां कितना रहा तापमान?
द्वारका-सेक्टर 8, दिल्ली - डीपीसीसी द्वारका -443 AQI, एनएसआईटी द्वारका, दिल्ली - सीपीसीबी द्वारका- 406 AQI, पश्चिमी दिल्ली-426, डीपीसीसी पश्चिमी दिल्ली-406, शादीपुर 457, शिवाजी पार्क में 448, भीम नगर और मुंडका इलाके में सबसे ज्यादा 465 AQI रहा। वहीं, दिल्ली दुग्ध योजना कॉलोनी में 430, आरके पुरम में 435, श्री अरबिंदो मार्ग में 436, आया नगर में 423, लोधी रोड में 378, नजफगढ़ 399, वजीरपुर 463, चांदनी चौक 368, गोकलपुरी 375, अशोक विहार 449, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम 366, रोहिणी 449 और आईटीओ में 410 में AQI बहुत खराब दर्ज किया गया।
ये भी पढ़ें: Delhi AQI Update : शनिवार को भी राजधानी में AQI 400 पार, ये इलाका है सबसे प्रदूषित
दिल्ली में ग्रेप- 3 लागू
नवंबर महीने के 16 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक दिल्ली में केवल सुबह शाम की सर्दी है। सुबह शाम की इस सर्दी में ही दिल्ली में प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। इसमें सुधार के लिए ग्रेप- 3 भी लागू किया गया, लेकिन इसके बाद भी दिल्ली की हवा में घुला जहर कम नहीं हो रहा है। इस दौरान सरकारी ऑफिसों के टाइम में भी बदलाव किया गया। उम्मीद जताई जा रही थी कि इसके बाद से 2 दिनों में एक्यूआई 400 के नीचे दर्ज किया जा सकता है।
दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम?
देशभर में कई जगह पर सर्दी ने दस्तक दे दी है। दिल्ली में रविवार 17 नवंबर को न्यूनतम तापमान 29 और 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 21 नवंबर तक दिन में आसमान साफ रहेगा। हालांकि राजधानी में सुबह शाम में सर्दी दस्तक दे चुकी है।
मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार के मुकाबले रविवार को ज्यादा कोहरा नजर आया। जिसके चलते ट्रैफिक सुस्त पड़ गया, इससे जाम की स्थिति देखने को मिली। पॉल्युशन ना हो इसको लेकर हर साल प्लान बनाये जाते है कंट्रोल के नाम पर बड़े-बड़े ऐलान होते हैं। लेकिन दिल्ली-NCR का आसमान पूरे 3-4 महीने तक धुआं-धुआं देखा जाता है। यही वजह है तमाम प्रयासों के बाद भी लोगों को जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ता है।
ये भी पढ़ें: सावधान! GRAP-3 के ये नियम तोड़े तो दिल्ली ट्रैफिक पुलिस बरतेगी सख्ती, अब तक 5.85 करोड़ के चालान