दिल्ली में केजरीवाल सरकार को एक और झटका, राजकुमार आनंद ने पार्टी और मंत्री पद से दिया इस्तीफा
Delhi aap: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले आम आदमी पार्टी को दिल्ली में बड़ा झटका लगा है। यहां दिल्ली के मंत्री राजकुमार आनंद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक आनंद ने बुधवार को पार्टी के सभी पदों और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। राजकुमार आनंद पटेल नगर से विधायक हैं। वह समाज कल्याण मंत्री थे। साल 2023 में उनके यहां ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी की थी।
इस्तीफे के बाद उठाए ये सवाल
राजकुमार आनंद ने बुधवार को इस्तीफे के बाद दिल्ली में भ्रष्टाचार पर कई सवाल उठाए हैं। मीडिया को दिए बयान में उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर पार्टी की जो नीति है, उससे वह सहमत नहीं है। वह लंबे समय से पार्टी में काम करने में असहज थे, अब उन्होंने अलग होने का निर्णय लिया है। उन्होंने आगे कहा कि आज मैं बहुत व्यथित हूं, वह बोले राजनीति बदलेगी तो देश बदलेगा। आज मैं आम आदमी पार्टी और मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
जाटव समाज में मजबूत पकड़
बता दें राजकुमार आनंद जाटव समाज से हैं, राजनीतिक गलियारों में बताया जाता है कि वह पटेल नगर और आसपास जाटव समाज में मजबूत पकड़ रखते हैं। इतना ही नहीं साल 2020 में हुए पटेलनगर विधानसभा चुनाव में उन्हें कुल 61 फीसदी वोट मिले थे। नवंबर 2023 में उनके यहां ईडी ने छापेमारी की थी, सूत्रों की मानें तो वह उसके बाद से ही पार्टी में अलग-थलग होने लगे थे। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले उनका इस्तीफा चुनावों में आप के वोट बैंक पर असर डाल सकता है।
यह भी जानें
राजकुमार आनंद के पास कैबिनेट में समाज कल्याण के अलावा एससी और एसटी, गुरुद्वारा चुनाव, सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार विभाग की जिम्मेदारी थी। उनकी पत्नी वीना आनंद भी पटेलनगर से विधायक रह चुकी हैं। पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी के बाद उनकी जगह राजकुमार आनंद को मंत्री बनाया गया था। राजकुमार अलीगढ़ से दिल्ली आए थे। वह एमए तक पढ़े हैं। साल 2011 में वह इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के सक्रिय सदस्य थे।