मेरी और परिवार की जान को खतरा, स्वाति मालीवाल कोर्ट में फूट-फूट कर रोईं, विभव की जमानत पर फैसला सुरक्षित
Swati Maliwal Assault Case Update: दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में आज 'आप' सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के आरोपी विभव कुमार की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के समय स्वाति मालीवाल भी कोर्ट रूम में मौजूद रहीं। कोर्ट रूम नंबर 119 में सुनवाई हुई। विभव कुमार की ओर से सीनियर एडवोकेट एन. हरिहरन ने दलीलें पेश की। वहीं कोर्ट ने विभव कुमार की जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया है।
स्वाति मालीवाल के वकील के साथ-साथ दिल्ली पुलिस ने भी विभव की जमानत का विरोध करते हुए अपना पक्ष रखा। वहीं जिस समय कोर्ट रूम में स्वाति मालीवाल के मुख्यमंत्री आवास से निकलने का वीडियो जज को दिखाया जा रहा था और FIR के बारे में विभव के वकील जज को बता रहे थे, उस समय स्वाति मालीवाल की आंखों में आंसू आए और वे कोर्ट रूम में ही जज के सामने फूट-फूट कर रोने लगीं। फिर चुप होकर कार्यवाही सुनने लगीं।
She (Swati Maliwal) was not maligning the accused, Additional Public Prosecutor (APP) said
On the point of delay in FIR, the APP submitted that the complainant did not disclose the entire incident to the police. Even thereafter, police officer visited the place of incident.
— ANI (@ANI) May 27, 2024
स्वाति मालीवाल ने अपनी जान को खतरा बताया
स्वाति मालीवाल ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जैसे ही मैंने FIR दर्ज कराई, उनके मंत्रियों ने एक दिन में 3-3 प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मुझको BJP का एजेंट बताया। मुख्यमंत्री लखनऊ, मुंबई विभव को साथ लेकर गए। इनके पास ट्रोलिंग की फ़ौज है, जिसको बोला गया है कि जो स्वाति मालीवाल के साथ होगा या उसके समर्थन में बोलेगा, उसको बख्शा नहीं जाएगा
स्वाति मालीवाल ने कोर्ट में कहा कि अगर विभव को जमानत दी गई तो मुझको और मेरे परिवार को जान का खतरा हो सकता है। मेरे पास गाड़ी नहीं है। रिश्तेदार की गाड़ी से अपना बयान दर्ज कराने के लिए गई। उस गाड़ी को भी फोकस किया गया। स्वाति मालीवाल ने कहा कि जो सुविधा किसी को नहीं मिल रही है, वह सुविधा विभव को दी जा रही है।
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विभव के वकील ने ये दलीलें दीं?
विभव कुमार को जमानत देने की मांग करते हुए उनके वकील हरिहरन ने दलील दी कि घटना वाले दिन क्या हुआ? सुरक्षाकर्मी ने पुलिस को दिए बयान में बताया। स्वाति के पास मुख्यमंत्री से मिलने का अपॉइंटमेंट नहीं था। वे जबरन अंदर आ गई थीं और ड्राइंगरूम में बैठ गई थीं। स्वाति मालीवाल सांसद हैं, इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें कुछ भी करने का हक मिल गया।
सुरक्षाकर्मी ने भी बताया है कि मैडम ने उससे कहा था कि सांसद को बाहर इंतजार कराओगे। मैं वेटिंग हॉल में बैठी हूं। आप विभव से बात करो। उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोका, लेकिन वे नहीं मानी। उनसे कहा गया कि विभव कुमार यहां नहीं हैं। वे वेटिंग रूम में चली गईं और 5 मिनट बाद वेटिंग रूम से बाहर आकर उन्होंने पूछा कि अभी तक नहीं आए विभव? इसके बाद वे CM हाउस की तरफ जाने लगीं। सुरक्षाकर्मियों ने मैडम से अनुरोध किया और कहा कि आप यहीं बैठिए।
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विभव के वकील ने FIR में देरी पर सवाल उठाए
विभव के वकील ने जज को बताया कि जब विभव आए तो उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से पूछा कि किसके आदेश पर उन्हें अंदर भेजा? मौके का CCTV फुटेज बरामद किया गया है। उसके साथ किसी तरह की छेड़छाड़ का कोई सवाल नहीं उठता। पुलिस पूछताछ के लिए विभव शुरू से उपलब्ध रहा। सांसद हैं, इसका मतलब यह नहीं कि उनको कुछ भी करने की छूट है? सांसद को आप बाहर इंतजार करवाओगे क्या? वह इस तरह के बयान देकर उकसाने का काम कर रही थीं।
विभव के वकील ने दलील दी कि उन्हें CM आवास में किसने बुलाया था? वह अपने मन में कुछ सोच कर आई थीं या आने से पहले उसने कुछ सोच रखा था। क्यों वे बार-बार सुरक्षाकर्मियों से पूछ रही थीं कि क्या उन्होंने विभव से बात की है? मालीवाल बार-बार विभव के बारे में पूछ रही थीं। जिस दिन घटना हुई उसी दिन शिकायत नहीं दर्ज कराई गई, 3 दिन बाद FIR दर्ज कराई गई। 3 दिन बाद AIIMS में MLC कराती हैं।
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