स्टंट करने वाले हो जाएं सावधान, दिल्ली में इन जगहों पर कट रहे धड़ाधड़ चालान
Delhi challan: देश की राजधानी दिल्ली में यातायात नियमों को तोड़ने वालों पर नकेल कसने के लिए दिल्ली पुलिस ने 3D बेस्ड रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन सिस्टम (RLVD) लगाए हैं। इन कैमरों से नियम तोड़ने वालों के पास ई चालान भेजे जाते हैं। सड़क हादसों को कम करने और मानव संसाधन को बचाने के मकसद से यह कैमरा लगाए गए हैं। 1 जनवरी 2024 से 15 मार्च तक इन कैमरों से चालान के चौंकाने वाले आंकड़ें सामने आए हैं।
दक्षिणी दिल्ली में सबसे अधिक चालान
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुसार इस साल अब तक कुल 69296 चालान किए गए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा चालान दक्षिणी दिल्ली के नौरोजी नगर, नारायणा, मूलचंद, भीकाजी कामा प्लेस, मोती बाग, लाजपत नगर और एंड्रयूज गंज रेडलाइट पर किए गए। वहीं, 2022 जिस साल यह कैमरा लगाए गए थे उस दौरान 59937 चालान किए गए थे। इसके बाद 2023 में यह संख्या घटकर 21089 हो गई थी।
कैसे काम करते हैं यह कैमरे
यह 3डी रडार आधारित कैमरा हैं जो रात में भी काम करते हैं। चौराहों से यह कैमरे रेड लाइट जंप करने वाले वाहन, गलत साइड चलने वाले वाहन, बिना हेलमेट के टू व्हीलर चलाने वालों और बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों आदि की फोटो खींचकर कंट्रोल रूम भेजते हैं। कंट्रोल रूम से इन तस्वीरों के साथ वाहन मालिक के पास उसके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ई चालान भेजा जाता है।
इस काम भी आते हैं
इन कैमरों से जाम लगने के दौरान यातायात सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलती है। त्यौहारों, वाहन के खराब होने या किसी रैली आदि के दौरान इन कैमरों से मिलने वाले फुटेज से ट्रैफिक कंट्रोल किया जाता है। इसके अलावा कई बार जिन जगहों पर कैमरे लगे हैं उस राडर में होने वाले सड़क हादसों में इससे हादसों का स्पष्ट कारण पता लगाने में भी मदद मिलती है।
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