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'साहब का पिता कहलाना चाहता हूं'; दुकानदार बाप की इच्छा पूरी करने वाले UPPSC टॉपर के संघर्ष की कहानी

UPPSC PCS Topper 2023 Success Story: सिद्धार्थ गुप्ता के UPPSC PCS टॉपर बनने की कहानी युवाओं को प्रेरित करने के लिए काफी है। जानिए नौकरी में रहते हुए भी कैसे बने टॉपर?
08:25 AM Jan 24, 2024 IST | Khushbu Goyal
 साहब का पिता कहलाना चाहता हूं   दुकानदार बाप की इच्छा पूरी करने वाले uppsc टॉपर के संघर्ष की कहानी
UPPSC PCS 2023 टॉप करने वाले सिद्धार्थ गुप्ता अपने माता-पिता से आशीर्वाद लेते हुए।

UPPSC PCS Topper 2023 Siddharth Gupta Success Story: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) क्रैक करना मुश्किल है, लेकिन नामुमकिन नहीं है। पिता ने एक बार एक बात कही थी, जिसने मुझे काफी प्रेरणा दी। उस बात को मैंने गांठ बांध लिया और मेहनत करने में जुट गया।

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नायब तहसीलदार की नौकरी के साथ-साथ रोज 12 से 13 घंटे पढ़ाई की। पिता के साथ दुकान पर काम किया और पिता का सपना पूरा करके दिखाया। यह कहना है कि UPPSC PCS 2023 के रिजल्ट में टॉप करने वाले सिद्धार्थ गुप्ता का, पढ़ें उनके संघर्ष की कहानी...

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पिता चाहते थे अफसर का पिता कहलाऊं

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने 23 जनवरी की शाम को PCS 2023 का रिजल्ट जारी किया। 251 युवाओं ने एग्जाम क्रैक किया, लेकिन सहारनपुर जिले के देवबंद के रहने वाले सिद्धार्थ गुप्ता पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर रहे। नायब तहसीलदार सिद्धार्थ गुप्ता अब डिप्टी कलेक्टर बनेंगे।

सिद्धार्थ ने PCS 2022 में 7वें टॉपर रहे थे और नायब तहसीलदार चुने गए, लेकिन पिता चाहते थे कि मैं साहब का पिता कहलाऊं, बस उनकी इस बात गांठ बांधकर आगे भी मेहनत जारी रखी। इसी मेहनत की बदौलत उन्होंने पहली रैंक के साथ PCS 2023 क्रैक किया।

पिता की किराने की दुकान, मां हाउसवाइफ

सिद्धार्थ के पिता राजेश गुप्ता की किराने की दुकान है। मां हाउसवाइफ हैं। 2 बहनें हैं। एक हाउसवाइफ है। दूसरी दिल्ली में कार्डियोलॉजिस्ट है। स्कूलिंग देवबंद के दून वैली स्कूल से हुई। दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज से फिजिक्स में ऑनर्स ग्रेजुएशन की।

ग्रेजुएशन के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गया। फिलहाल सिद्धार्थ जनपद बिजनौर के लेखपाल ट्रेनिंग सेंटर में नायब तहसीलदार हैं, लेकिन नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई करना मुश्किल नहीं है। एक बार तय कर लो कि एग्जाम क्लीयर करना ही है तो बस टॉपिक अच्छे से क्लीयर हो जाएं तो पेपर हल करना आसान होता है।

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